बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच के महाराजगंज में हिंसा (Bahraich Violence) के बाद भारी पुलिसबल की तैनाती है। आरोपियों के एनकाउंटर के बाद आज जुमे की नमाज (Friday Prayer) को देखते हुए पूरे जिले में पुलिस अलर्ट है। महाराजगंज में मस्जिद के आसपास बैरिकेडिंग की गई है। जिस जगह से हिंसा शुरू हुई थी, वहां पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। आने-जाने वालों के आईडी कार्ड चेक किए जा रहे हैं। गाड़ियों की भी चेकिंग की जा रही है।
जुमे की नमाज को देखते हुए महसी और महाराजगंज में जगह-जगह पुलिस और पीएसी के जवानों की तैनाती की गई है। गुरुवार को एनकाउंटर के बाद दो आरोपियों सरफराज और तालिब को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। दोनों को पैर में गोली लगी है। दोनों अस्पताल में भर्ती हैं। पुलिस के मुताबिक, गुरुवार को रामगोपाल मिश्रा की हत्या मामले में पांच लोगों को अरेस्ट किया गया। इनके नाम फ़हीम, सबलू, सरफराज, अब्दुल हमीद और अफजाल हैं।
एसपी वृंदा शुक्ला के मुताबिक, पांचों आरोपी नेपाल भागने की तैयारी में थे। इनके पास से डबल बैरल बंदूक मिली है। आरोपियों ने इसी बंदूक से पुलिस पर गोलियां चलाईं। जवाबी कार्रवाई में पुलिस को भी गोलियां चलानी पड़ीं। मुठभेड़ में सरफराज और तालीम को गोली लगी है। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सीएम ऑफिस ने बनाया कंट्रोल रूम
सीएम ऑफिस लगातार पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से अपडेट ले रहा है। एक कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है, जहां से पूरे मामले की मॉनिटरिंग की जा रही है। पुलिस ने इस मामले में अब तक 50 लोगों को हिरासत में लिया है और 100 से अधिक लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जिला अधिकारी मोनिका रानी और पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में फ्लैग मार्च किया है।
छह आरोपी अरेस्ट हो चुके हैं
पुलिस के मुताबिक, रामगोपाल मिश्री की हत्या मामले में अब तक 10 में से छह आरोपी अरेस्ट हो चुके हैं, अन्य भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिए जाएंगे। महसी के महाराजगंज में 13 अक्टूबर को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान डीजे बजाने को लेकर विवाद हो गया था और हिंसा भड़क गई थी।
Bahraich Violence: दो मुख्य आरोपियों से पुलिस की मुठभेड़, पैर में लगी गोली
इस दौरान 22 साल के रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रामगोपाल की हत्या के बाद अगले दिन फिर महाराजगंज में हिंसा भड़क गई। उपद्रवियों ने दुकानों और घरों में आग लगा दी।