मनामा: बहरीन के प्रधानमंत्री खलीफा बिन सलमान अल खलीफा का 84 साल की उम्र में निधन हो गया है। उनका इलाज अमेरिका के मेयो क्लिनिक अस्पताल में चल रहा था। हाल में ही बहरीन के पीएम इजरायल के साथ शांति समझौता करने के कारण वैश्विक चर्चा में आए थे। उनके निधन पर बहरीन के शाही उच्चाधिकारियों ने शोक व्यक्त किया है।
एक हफ्ते के लिए राजकीय शोक का ऐलान
बहरीन के शासक शेख हमद बिन ईसा अल खलीफा ने पीएम खलीफा के निधन पर एक हफ्ते के लिए राजकीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान बहरीन में राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे। कोरोना वायरस के कारण उनके अंतिम संस्कार के दौरान भी सीमित संख्या में लोगों को शामिल होने की इजाजत दी जाएगी।
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सबसे लंबे समय तक रहे पीएम
खलीफा बिन सलमान अल खलीफा दुनिया के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्रियों में से एक थे। उन्होंने साल 1970 से देश के प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली थी। 2011 में अरब क्रांति के दौरान भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते उनको हटाने के लिए भी खूब प्रदर्शन हुए थे।
निजी द्वीप पर करते थे विदेशी मेहमानों से मुलाकात
प्रिंस खलीफा की ताकत और संपत्ति की झलक इस छोटे से देश में चहुंओर दिखाई पड़ती है। देश के शासक के साथ उनका चित्र कई दशकों तक सरकारी दीवारों की शोभा बढ़ाता रहा। खलीफा का अपना एक निजी द्वीप था जहां वह विदेशी मेहमानों से मुलाकात करते थे।
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शाही परिवार के थे खास
प्रिंस, खाड़ी देशों में नेतृत्व करने की पुरानी परंपरा का प्रतिनिधित्व करते थे जिसमें सुन्नी अल खलीफा परिवार के प्रति समर्थन जताने वालों को पुरस्कृत किया जाता था। हालांकि उनके तौर तरीकों को 2011 के विरोध प्रदर्शन के दौरान चुनौती मिली थी।