लखनऊ। बलिया में गोलीकांड को लेकर नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने योगी सरकार पर हमला किया है। रामगोविंद चौधरी ने कहा कि अधिकारियों और पुलिस की मौजूदगी में हुई घटना दर्शाती है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है।
सपा प्रवक्ता सुशील पांडेय ने बताया कि रामगोविंद चौधरी ने घटना पर शोक संवेदना जताया है। उन्होंने सरकार से पीड़ित परिवार को 50 लाख मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की है।
इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी बलिया की घटना को लेकर सरकार पर तंज कसते हुए हमला किया था। उन्होंने ट्वीट किया कि बलिया में सत्ताधारी भाजपा के एक नेता के, एसडीएम और सीओ के सामने खुलेआम, एक युवक की हत्या कर फ़रार हो जाने से उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था का सच सामने आ गया है। अब देखें क्या एनकाउंटर वाली सरकार अपने लोगों की गाड़ी भी पलटाती है या नहीं।
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बलिया में रेवती क्षेत्र के दुर्जनपुर में में गुरुवार को कोटा आवंटन को लेकर हो रही खुली बैठक के दौरान ही जयप्रकाश पाल नामक 46 वर्षीय युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उसे ताबड़तोड़ चार गोलियां मारी गई। पुलिस के सामने ही हुई वारदात से सनसनी फैल गई। अफरातफरी के बीच विवाद और मारपीट में कई लोग घायल भी हुए हैं।
ग्राम सभा दुर्जनपुर व हनुमानगंज की कोटे की दो दुकानों के आवंटन के लिये गुरुवार की दोपहर पंचायत भवन पर खुली बैठक का आयोजन किया गया था। इसमें एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेन्द्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। इसी दौरान विवाद बढ़ गया। मामला बिगड़ता देख बैठक की कार्रवाई को अधिकारियों ने स्थगित कर दिया। पुलिस दोनों पक्षों को समझाने और विवाद शांत करने में जुट गई।
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एक पक्ष अधिकारियों पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करने लगा। इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोगों से भिड़ंत हो गयी। बात बढ़ी तो लाठी-डंडे के साथ ही ईट-पत्थर चलने लगा। इसी बीच एक पक्ष की ओर से फायरिंग शुरू हो गयी। दुर्जनपुर के 46 वर्षीय जयप्रकाश उर्फ गामा पाल को ताबड़तोड़ चार गोलियां मार दी गई। जयप्रकाश को लेकर लोग सीएचसी सोनबरसा पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
आरोपी धीरेंद्र सिंह के भाजपा से जुड़े होने और भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह का करीबी होने के कारण राजनीति भी गरमा गई। चारों तरफ से हमले शुरू होते ही सीएम योगी ने बड़ी कार्रवाई भी की। एसडीएम सीओ समेत मौके पर मौजूद सभी पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया गया है। फिलहाल मुख्य आरोपी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है। पुलिस ने उसके भाई को गिरफ्तार किया है।