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बलिया गोलीकांड : बीजेपी विधायक बोले- धीरेंद्र ने सेल्फ डिफेंस में चलाई गोली

बलिया गोलीकांड Ballia firing

बलिया गोलीकांड

 

बलिया। बलिया गोलीकांड मामले में बरैया से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ डब्ल्यू का बचाव किया है। विधायक सुरेंद्र सिंह ने दुर्जनपुर की घटना को क्रिया का प्रतिक्रिया बताया है। उन्होंने कहा कि आप लोग जिसे आरोपी बता रहे हैं, उसके पिता को उन्होंने डंडे से मारा गया। उन्होंने किसी के पिता, किसी की माता, किसी की भाभी और किसी की बहू को कोई मारेगा तो क्रिया की प्रतिक्रिया होगी ही।

भाजपा विधायक ने आरोप लगाया है कि प्रशासन इस मामले में एक तरफा कार्रवाई कर रहा है

साथ ही सुरेंद्र सिंह ने घटना की निंदा करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। भाजपा विधायक ने आरोप लगाया है कि प्रशासन इस मामले में एक तरफा कार्रवाई कर रहा है। सुरेंद्र सिंह के मुताबिक आरोपी धीरेंद्र ने आत्मरक्षा में गोली चलाई, नहीं तो पीड़ित पक्ष उसको और उसके परिवार को जान से मार देते। विधायक ने कहा कि डब्ल्यू सिंह के परिवार की 6 महिलाएं और 2 पुरुष घयाल हैं। प्रशासन को दोनों पक्षों पर बराबर कार्रवाई करनी चाहिए।

मुख्य आरोपी का भाई गिरफ्तार
इस बीच मुख्य आरोपी धीरेंद्र को पकड़ने के लिए एडिशनल एसपी संजय कुमार के नेतृत्व में 12 टीमें बनाई गई हैं। डीआईजी आजमगढ़ गांव में कैंप कर रहे हैं। डीआईजी सुभाष दुबे ने बताया कि मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह के साथ 8 लोगों पर केस दर्ज किया गया है। बलिया डीएम श्रीहरि प्रताप ने बताया कि एफआईआर में नामजद मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह का भाई गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके अलावा पांच अन्य गिरफ्तार हुए हैं। धीरेंद्र सिंह ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से युवक की हत्या की।

जानिए क्या है बलिया गोलीकांड?

दुर्जनपुर व हनुमानगंज की कोटे की दो दुकानों के लिए पंचायत भवन पर बैठक बुलाई गई थी। एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेंद्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। दुकानों के लिए 4 स्वयं सहायता समूहों ने आवेदन किया था।

दुर्जनपुर की दुकान के लिए दो समूहों के बीच मतदान कराने का निर्णय लिया गया। अधिकारियों ने कहा कि वोटिंग वही करेगा, जिसके पास आधार या कोई दूसरा पहचान पत्र होगा। एक पक्ष के पास कोई आईडी प्रूफ नहीं था। इसको लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया। धीरेंद्र ने जयप्रकाश उर्फ गामा पाल पर ताबड़तोड़ चार गोलियां मार दीं और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

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