उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में हुए सनसनीखेज गोलीकांड ने विपक्ष को राज्य सरकार के खिलाफ एक और मुद्दा दे दिया है। इस मामले में बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह के बयान ने भी सरकार की काफी किरकिरी की। लेकिन अब इस गोलीकांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने खुद वीडियो जारी कर यह दावा किया है कि उसने कोई गोली नहीं चलाई।
इसके साथ ही धीरेंद्र प्रताप सिंह ने मांग की है कि इस पूरे मामले की उचित होनी चाहिए। अपने बयान में धीरेंद्र प्रताप ने कहा है कि कल राशन की दुकानों का आवंटन होता था और इसी वजह से कई अधिकारी मौके पर आवंटन प्रक्रिया के लिए आए हुए थे। मैंने भी इसी मामले को लेकर एसडीएम और बीडिओ से मुलाकात की थी।
बलिया हत्याकांड : देवेंद्र प्रताप गिरफ्तार, मुख्यारोपी अभी भी शिकंजे के बाहर
धीरेंद्र प्रताप ने अपने बयान में कहा है कि उसने अधिकारियों को अवगत कराया था कि क्षेत्र में चीजें काफी खराब थीं। इसके साथ ही उसने एसडीएम, बीडीओ और अन्य अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए हैं। धीरेंद्र प्रताप का आरोप है कि वे लोग आवंटन प्रक्रिया को प्रभावित कर रहे थे। धीरेंद्र प्रताप ने घटना के लिए पुलिस और प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है।
इस सनसनीखेज हत्याकांड के मामले में एडीजी के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने तीन सब इंस्पेक्टर, पांच कांस्टेबल और दो महिला कांस्टेबलों को सस्पेंड कर दिया है। दस पुलिसवालों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है। माना जा रहा है कि इस मामले में कई और पुलिसकर्मी भी नप सकते हैं।
बलिया गोलीकांड : बीजेपी विधायक बोले- धीरेंद्र ने सेल्फ डिफेंस में चलाई गोली
इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक ने सीओ के हमराह सिपाही को भी सस्पेंड कर दिया है। इस मामले में मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसडीएम बैरिया और सीओ बैरिया को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है।
वाराणसी के एडीजी ब्रज भूषण शर्मा ने बलिया कांड पर जानकारी देते हुए बताया कि इस केस में 7 गिरफ्तारियां की गई हैं। जिसमें मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप के भाई नरेंद्र प्रताप और देवेंद्र प्रताप के अलावा पांच अज्ञात शख्स भी शामिल हैं।
इस मामले में अभी तक दो नामजद आरोपियों देवेंद्र प्रताप सिंह और नरेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया गया है। ये दोनों मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह के भाई हैं। बताया जाता है कि फरार मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह सेना का रिटायर्ड जवान है। वह भूतपूर्व सैनिक संगठन की बैरिया तहसील इकाई का अध्यक्ष भी है। धीरेंद्र को बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह का करीबी भी बताया जाता है।
आपको बताते चलें कि ये घटना बलिया के रेवती थाना क्षेत्र की है। जहां दुर्जनपुर गांव में हुए इस गोलीकांड का मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का नेता बताया जाता है। वहां कोटे की दुकान को लेकर खुली बैठक बुलाई गई थी। आरोप है कि धीरेंद्र और उसके समर्थकों ने वहां फायरिंग की। जिसमें एक व्यक्ति की जान चली गई। हालांकि, बीजेपी के जिलाध्यक्ष ने सफाई दी कि धीरेंद्र पार्टी में किसी पद पर नहीं है।