दक्षिण बंगाल फ्रंटियर पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा को अवैध तरीके से पार करने की कोशिश करते एक बांग्लादेशी महिला व उसके दो बच्चों को पकड़ा है।
अधिकारियों ने बताया कि तीनों को मंगलवार उस वक्त पकड़ा गया जब वे बीएसएफ की सीमा चौकी अमुदिया, 112वीं बटालियन के इलाके से सीमा लांघ कर भारत से बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रहे थे। पूछताछ में महिला ने दावा किया कि एक बांग्लादेशी युवक ने उसे भारत में काम दिलाने का झांसा देकर यहां लाया और उसे गुजरात के सूरत में देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया। महिला अब इस धंधे से निकलकर वापस बांग्लादेश लौट रही थी।
बीएसएफ की ओर से जारी बयान में बताया गया कि नियमित गश्त ड्यूटी के दौरान जवानों ने कुछ लोगों की संदिग्ध गतिविधि देखी, जो बांग्लादेश की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे थे। बीएसएफ पार्टी ने उन्हें रोका और पहचान पत्र मांगा, तो वे अपनी पहचान साबित करने के लिए कोई कानूनी दस्तावेज पेश करने में विफल रहे।
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तब पार्टी ने महिला व उसके साथ दो बच्चे को हिरासत में ले लिया। गिरफ्तार महिला का नाम सानिया बेग़म (28) है। महिला ने दावा किया कि वह बांग्लादेश के नरेल जिले की निवासी है। उसके साथ पकड़े गए बच्चे की उम्र दो व पांच वर्ष है।
इधर, 112वीं वाहिनी बीएसएफ के कमांडेंट नारायण चंद्र ने अपने जवानों की उपलब्धियों पर खुशी व्यक्ति करते हुए उनकी पीठ थपथपाई, जिसके परिणाम स्वरूप तीन बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर उनके सैनिकों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सकता है। उन्होंने बताया कि दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने मानव तस्करी के विरुद्ध एक सख्त रुख अपनाया हुआ है, जिसमें हमारी बटालियन उनका भरपूर साथ दे रही है।