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फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट के निवेशकों के लिए ब्याज दरों को घटाने से बचेंगे बैंक

monetary policy

मौद्रिक नीति

नई दिल्ली| ब्‍याज दरों को यथावत रखने का फैसला फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट के निवेशकों के लिए अच्‍छी खबर है। बता दें आरबीआई द्वारा इस फैसले के बाद अब रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट क्रमश: 4 फीसदी और 3.35 फीसदी की दर पर बरकरार है। इसकी वजह से अब बैंक एफडी की दरों को घटाने से बचेंगे। वहीं, बैंकों से लोन लेने वालों के लिए आरबीआई के इस कदम का मतलब यह है कि बैंक कर्ज पर ब्‍याज दरों में कटौती को भी फिलहाल रोकेंगे।

एफडी में निवेश करने वालों खासतौर से सीनियर सिटीजन को राहत मिल सकती है। रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने के फैसले से बैंक एफडी की दरों में कटौती करने से बचेंगे। प्रमुख बैंकों ने मार्च और मई में आरबीआई के रेपो रेट में कटौती करने के फैसले के बाद  फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट पर ब्‍याज दरों को घटाया था। छोटी बचत स्‍कीमों के अलावा सीनियर सिटीजन और भी विकल्‍पों को चुन सकते हैं।

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प्रधानमंत्री वय वंदना योजना और सीनियर सिटीजंस सेविंग्‍स स्‍कीम में अभी 7 फीसद ब्‍याज मिल रहा है। आरबीआई ने हाल में फ्लोटिंग रेट बॉन्‍ड लॉन्‍च किए हैं। इन पर 7.15 फीसदी ब्‍याज मिल रहा है। इन बॉन्‍ड पर ब्‍याज दर हर छह महीने में बदलेगी अत: 1 जनवरी, 2021 को फिर इसमें बदलाव हो सकता है।

पॉलिसी रेट में भले ही कोई बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन, यह नए ग्राहकों के लिए लोन लेने का सही समय है। एक्‍सटर्नल बेंचमार्क से जुड़े लोन में यह देख लेना जरूरी है कि बैंक एक्‍सटर्नल बेंचमार्क के ऊपर कितना मार्जिन ले रहे हैं और रिस्‍क प्रीमियम कितना है ? जो लोग प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए पात्र हैं, वे भी लोन लेने के बारे में विचार कर सकते हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना में लोन पर ब्याज सब्सिडी मिलती है।

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