उत्तर प्रदेश के बरेली में पूर्व राज्यसभा सांसद और प्रसपा नेता वीरपाल यादव सहित 12 लोगों के खिलाफ एससी/एसटी और घर में घुसकर मारपीट में एफआईआर दर्ज की गई है। बारादरी थाना क्षेत्र के डोहरा रोड की ये घटना है। आरोप है कि पूर्व सांसद वीरपाल सिंह यादव और उनके समर्थकों ने मानसिक अस्पताल के डॉक्टर और उनके भाई पर हमला कर दिया। दोनों के साथ मारपीट की गई। जातिसूचक शब्द कहते हुए जान से मारने की धमकी दी। समर्थकों ने घर में घुसकर डॉक्टर के परिवार की महिलाओं से भी अभद्रता की। पुलिस ने डॉक्टर और उनके भाई का मेडिकल परीक्षण कराया है।
बता दें कि वीरपाल यादव सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के नजदीकी नेताओं में शुमार रहे. समाजवादी पार्टी की सरकार में वीरपाल यादव काफी कद्दावर नेता माने जाते रहे। बाद में उन्होंने शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया और वर्तमान में वह प्रसपा के महासचिव है।
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डोहरा रोड निवासी शिक्षक राजपाल सिंह ने बारादरी थाने में रिपोर्ट कराई है कि वह शुक्रवार शाम को अपने घर में थे इस दौरान उनके भाई डॉ. पीपी सिंह मानसिक अस्पताल से ड्यूटी करके घर लौटे थे। उनके घर के सामने 2 लोग पेशाब कर रहे थे। इस पर डॉ. पीपी सिंह ने इन लोगों को टोका तो उन्होंने आठ-दस लोग बुला लिया और कहा कि वे वीरपाल सिंह के आदमी हैं। राजपाल के मुताबिक, आरोपी जातिसूचक शब्द कहते हुए दोनों भाइयों को पीटा, जब वे जान बचाकर घर में भागे तो आरोपी भी घर में घुस आए। उन्होंने महिलाओं और बच्चों से भी अभद्रता की।
आरोप है कि ये लोग उन्हें और उनके भाई को पकड़कर पास खड़ी कार के पास ले गए, कार में वीरपाल सिंह यादव बैठे थे। वीरपाल सिंह ने भी उन्हें गाली दी और पुलिस से शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी। मामले में राजपाल और डॉ. पीपी सिंह का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।