आजमगढ़। आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) का सक्रिय शहजाद अहमद (Shahzad Ahmed) की शनिवार को दिल्ली के एम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई। शहजाद अहमद साल 2008 के बाटला हाउस एनकाउंटर (Batla House Encounter) में दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा की हत्या करने का दोषी ठहराया गया था। वर्तमान में वह तिहाड़ जेल में बंद था और तबीयत खराब होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शहजाद की मौत की सूचना मिलते ही परिवार के लोग दिल्ली रवाना हो गए हैं।
वर्ष 2008 में दिल्ली के बाटला हाउस मुठभेड़ (Batla House Encounter) में आजमगढ़ जिले के कई युवाओं का नाम सामने आया था। इनमें बिलरियागंज थाना क्षेत्र के नसीरपुर खालीसपुर गांव निवासी शहजाद अहमद भी शामिल था। बाटला हाउस में पुलिस मुठभेड़ के दौरान शहजाद (Shahzad Ahmed) मौके से भाग निकलने में सफल हो गया था। वर्ष 2010 में पुलिस ने शहजाद को उसके बिलरियागंज क्षेत्र स्थित घर से गिरफ्तार किया था।
2014 में कोर्ट ने शहजाद (Shahzad Ahmed) को शहीद इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा के मौत मामले में दोषी करार दिया था। तब से ही शहजाद दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद था। कुछ दिनों पूर्व उसकी जेल में तबीयत खराब हुई तो जेल प्रशासन ने उसे एम्स में भर्ती कराया। जहां शनिवार को उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। मौत की सूचना घर पहुंचते ही परिवार के कुछ लोग दिल्ली रवाना हो गए है। शहजाद पांच भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर था।
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13 सितंबर 2008 को दिल्ली में सीरियल बम धमाके हुए थे। ब्लास्ट में 26 लोग मारे गए थे, जबकि 133 घायल हो गए थे। दिल्ली पुलिस ने जांच में पाया था कि बम ब्लास्ट को आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन ने अंजाम दिया था। मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस को 19 सितंबर को सूचना मिली कि इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी जामिया नगर के बाटला हाउस में मौजूद हैं।
दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा के नेतृत्व में टीम जब आतंकवादियों के ठिकाने पर पहुंची तो पुलिस टीम के ऊपर फायरिंग की गई। आतंकियों की ओर से चली गोली इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा को गोली लगी और वे शहीद हो गए थे। मुठभेड़ में दो आतंकवादी भी मारे गए।