नई दिल्ली। कोरोनाकाल के बीच 19 सितंबर से शुरू होने वाले इस टूर्नामेंट में कई भारी बदलाव देखने को मिलेंगे। अव्वल तो यही कि लंबे समय से आईपीएल की पहचान बन चुकी चीनी कंपनी वीवो अब मुख्य प्रायोजक नहीं रही, इसलिए अब बीसीसीआई IPL के नए प्रायोजक का एलान आज कर सकती है।
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यह करार 18 अगस्त से 31 दिसंबर 2020 तक के लिए ही होगा यानी सिर्फ साढ़े 4 महीने के लिए ही नया प्रयोजक तलाशा जा रहा है। बीसीसीआई ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि ऊंची बोली लगाने वाले को तब तक टाइटल प्रायोजन अधिकार नहीं मिल सकते जब तक मूल संस्था उसकी योजना से संतुष्ट नहीं हो।
हालांकि अब बाबा ने खुद पतंजलि की दावेदारी से इनकार किया, उनका कहना है कि पतंजलि तभी स्पॉन्सरशिप के लिए आगे आएगी, जब कोई दूसरी भारतीय कंपनी इस अधिकार को नहीं पाता चाहती। रामदेव ने उन तमाम मीडिया रिपोर्ट्स का भी खंडन किया, जिसमें पतंजलि के बोली लगाने का दावा किया गया था।
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सरकार ने पिछले सप्ताह बीसीसीआई को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी थी। अधिकांश टीमें 20 अगस्त के बाद रवाना होंगी, उन्हें रवानगी से पहले 24 घंटे के भीतर दो आरटी पीसीआर टेस्ट कराने होंगे। टूर्नामेंट पूरी तरह से बायो-सिक्योर माहौल में होगा। सारे मैच शारजाह, अबूधाबी और दुबई में ही होंगे।