कोलकाता। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को बुधवार छह जनवरी को अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। बता दें कि दिल का दौरा पड़ने के बाद सौरव गांगुली को कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर रूपाली बसु ने मंगलवार दोपहर 12 बजे के आसपास मीडिया को बताया कि बुधवार छह जनवरी को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
BCCI President Sourav Ganguly to be discharged from the hospital tomorrow, will be monitored at home on a daily basis: Dr Rupali Basu MD & CEO Woodlands Hospital, Kolkata pic.twitter.com/chGYrza5kF
— ANI (@ANI) January 5, 2021
वुडलैंड्स अस्पताल की एमडी और सीईओ डॉक्टर रूपाली ने बताया कि सौरव गांगुली दो-तीन हफ्तों में उपचार के अगले पड़ाव के लिए तैयार हो जाएंगे। शायद उस वक्त उनकी एक और एंजियोप्लास्टी होगी। फिलहाल उनकी हालत स्थिर है और कल अस्तपाल से छुट्टी मिल जाएगी, हालांकि घर में भी गांगुली मेडिकल देख-रेख में होंगे, जहां रोजाना जांच होगी।
डॉक्टर रखेंगे लगातार निगरानी
डॉक्टर उनकी स्थिति पर लगातार निगाह रखेंगे। अस्पताल से जाने के बाद घर पर भी उपयुक्त उपाय किए जाएंगे। बीते शनिवार को ‘हल्का’ दिल का दौरा पड़ने के बाद 48 वर्षीय गांगुली को अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी एंजियोप्लास्टी की गई। ह्रदय तक जाने वाली उनकी तीन प्रमुख धमनियों में रुकावट पाई गई थी, उन्हें एक स्टेंट डाला गया है।
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विदेशी डॉक्टर्स से भी गई थी सलाह
सीनियर डॉक्टरों के नौ सदस्यीय बोर्ड ने सोमवार को गांगुली की सेहत के बारे में चर्चा की और इस पर सहमति बनी कि चूंकि उनकी हालत स्थिर है इसलिए उनकी जो एंजियोप्लास्टी होनी है उसे कुछ दिन के लिए टाला जा सकता है। जाने माने ह्रदयरोग विशेषज्ञ डॉ. देवी शेट्टी और डॉ. आर. के. पांडा भी ऑनलाइन मीटिंग में शामिल हुए थे और अमेरिका के एक अन्य विशेषज्ञ से भी फोन पर इस विषय के बारे में चर्चा हुई थी।
दादा हमेशा विजेता बनकर उभरे हैं : अनुराग ठाकुर
केंद्रीय मंत्री और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर सोमवार को गांगुली से मिलने अस्पताल पहुंचे थे और उम्मीद जताई कि वह जल्द ही पूरी तरह स्वस्थ हो जाएंगे। बीसीसीआई सचिव जय शाह भी उनसे मिलने पहुंचे थे। ठाकुर ने कहा था कि दादा देश के हीरो हैं, उन्होंने जिंदगी में बड़े उतार-चढ़ाव देखे हैं और हमेशा विजेता बनकर उभरे हैं। इस बार भी ऐसा होगा। उन्होंने बताया कि जब मैं दादा से मिला तो वह मुस्करा रहे थे। वह जल्द ही सामान्य जीवन जीने लेंगे और भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में अहम भूमिका अदा करेंगे।