भारत और इंग्लैंड के बीच चार अगस्त से पांच मैचों की टेस्ट सीरीज होनी है। इससे पहले भारतीय क्रिकेट बोर्ड की चाहती थी कि दोनों टीमों के बीच कम से कम दो वार्म-अप मैच हो। इसके लिए बीसीसीआई ने ईसीबी से अनुरोध भी किया लेकिन ईसीबी ने उसे ठुकरा दिया। इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के प्रवक्ता ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, ‘कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुसार वे अगस्त में पहले टेस्ट से पहले अपने खिलाड़ियों की दो टीमें बनाकर चार दिवसीय दो मैच खेलेंगे।’ भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने ईसीबी से कुछ अभ्यास मैच कराने का अनुरोध किया था लेकिन कोविड-19 हालात के कारण इस तरह की योजना को पूरा करना मुश्किल होगा।
यह पूछने पर कि काउंटी टीमों के खिलाफ कोई मैच आयोजित करने की संभावना है तो प्रवक्ता ने कहा, ‘नहीं।’ इंग्लैंड में विभिन्न काउंटी टीमों के खिलाड़ियों का नियमित रूप से कोविड-19 परीक्षण किया जा रहा है लेकिन उन्हें किसी बायो-बबल में नहीं रखा हुआ है। भारतीय टीम 14 जुलाई को लंदन में इकट्ठी होगी और डरहम रवाना होगी जिसके बाद फिर से बायो-बबल में रहेगी। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, ‘इंग्लैंड में घरेलू खिलाड़ी बायो-बबल में नहीं हैं, यह निश्चित रूप से एक मुद्दा है। इसलिये डरहम में मैच टीम के खिलाड़ियों को दो टीमों विभाजित करके ही खेले जाएंगे।’ भारतीय टीम इस समय 24 खिलाड़ियों (20 आधिकारिक टीम और चार रिजर्व) के साथ है जिससे वह टीम के खिलाड़ियों की दो टीम बनाकर खेल सकती है।
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वार्म-अप मैच को लेकर बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धुमल ने ‘द इंडियन एक्प्रेस’ से कहा था, ‘पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले दो अभ्यास मैचों का आयोजन करने के लिए जय शाह ईसीबी और उसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) टॉम हैरिसन से बात करेंगे। सचिव का मानना है कि बीसीसीआई को ईसीबी से कम से कम दो अभ्यास मैचों के आयोजन के लिए ईसीबी से अनुरोध करना चाहिए ताकि सीरीज के शुरू होने से पहले खिलाड़ियों को कुछ अभ्यास मैच खेलने को मिल सके।’