• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

अयोध्या में दिखेंगे दक्षिण भारत के तीन महान संगीतज्ञ

Writer D by Writer D
08/08/2025
in उत्तर प्रदेश, अयोध्या, धर्म
0
Brihaspati Kund

Brihaspati Kund

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

अयोध्या। प्रदेश की योगी सरकार अयोध्या के ऐतिहासिक कुंडो का जीर्णोद्धार करा रही है। बदहाल रहे अब तक कई कुंडो का स्वरुप बदल चुका है। इसी क्रम में टेढ़ीबाजार स्थित वृहस्पति कुंड (Brihaspati Kund) का सौंदर्य करण कराया जा रहा है। यह कुंड दक्षिण भारत के पर्यटको को भी खूब भायेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां पर दक्षिण भारत के तीन महान व भक्ति गीतों के दिवंगत संगीतकारों की मूर्तियां सुशोभित की जाएंगी। तक़रीबन 4.49 करोड़ की लागत से तैयार हो रहे इस कुंड को महीने डेढ़ महीने में पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा।

श्रीराम की पावन नगरी एक बार फिर अपनी प्राचीन और आध्यात्मिक धरोहरों को सहेजने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। योगी सरकार के नेतृत्व में अयोध्या के टेढ़ी बाजार के समीप स्थित वृहस्पति कुंड (Brihaspati Kund) का जीर्णोद्धार कार्य तेजी से चल रहा है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम द्वारा अंजाम दिया जा रहा है, जिसकी कुल लागत 4.49 करोड़ रुपये है। अयोध्या संरक्षण विकास समिति इस परियोजना की मॉनिटरिंग कर रही है, ताकि कुंड को न केवल आध्यात्मिक, बल्कि भव्य और पर्यटन के लिए आकर्षक स्वरूप प्रदान किया जा सके।

पुराणों में भी है वृहस्पति कुंड (Brihaspati Kund) का उल्लेख

वृहस्पति कुंड (Brihaspati Kund) अयोध्या के 108 प्राचीन कुंडों में से एक है, जिनका उल्लेख वेदों, पुराणों और उपनिषदों में मिलता है। यह कुंड धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि मान्यता है कि त्रेतायुग में भगवान राम और उनके भाइयों ने इन कुंडों में स्नान और अन्य धार्मिक कार्य किए थे। लंबे समय तक उपेक्षा का शिकार रहे इन कुंडों को योगी सरकार ने अपने सौंदर्यीकरण और संरक्षण के एजेंडे में शामिल किया है। वृहस्पति कुंड (Brihaspati Kund)  का जीर्णोद्धार न केवल इसकी प्राचीन गरिमा को बहाल करेगा, बल्कि इसे पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण के रूप में भी स्थापित करेगा।

जानिये क्या कार्य हुआ और क्या है बाकी

इस परियोजना के तहत कुंड (Brihaspati Kund) के आसपास के क्षेत्र को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है। इसमें पक्के घाटों का निर्माण, स्वच्छ जल की व्यवस्था, और पर्यटकों के लिए बैठने की उचित व्यवस्था शामिल है। कुंड के आसपास हरियाली और लैंडस्केपिंग पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिससे यह स्थल पर्यटकों के लिए और अधिक आकर्षक बने। टॉयलेट ब्लॉक, सिक्योरिटी केबिन, सेपटीक टैंक, आर्क, सीसी रोड चाहरदिवारी व वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य अंतिम चरण में है, जबकि रेन वाटर हार्वेस्टिंग व आरसीसी रिटेनिंग वाल का कार्य पूरा हो चुका है।

इनकी लगनी है मूर्तियां, लता मंगेशकर की वीणा पहले ही लग चुकी

अयोध्या का संगीतकारों से नाता जुड़ता ही जा रहा है। हाल ही में सरकार ने सुप्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर की भारी भरकम वीणा नया घाट चौराहे पर लगवाकर उन्हें नमन किया है। ठीक इसी तरीके अब तीन सांगितज्ञ की मूर्तियां लगने जा रहीं हैं। इनमें दक्षिण भारत के भक्ति गीतों के महान संगीतकारों त्यागराज स्वामीगल (1767-1847), पुरंदर दास (1484-1564) व अरुणाचल कवि (1711-1779) की मूर्तियां आनी प्रस्तावित है, जिनकी स्थापना के लिए 3 फाउन्डेशनों का कार्य पूर्ण हो चुका है।

मूर्तियों का 10 दिन में परियोजना पर आना प्रस्तावित है। मूल परियोजना में उक्त फाउन्डेशनों का कार्य सम्मिलित नही था, लेकिन कमिश्नर के मौखिक निर्देशों के कम में उक्त फाउन्डेशनों का कार्य कार्यदायी संस्था उप्र राजकीय निर्माण निगम द्वारा अतिरिक्त रूप से कराया जा चुका है।

धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर रविंद्र यादव ने बताया की परियोजना लगभग पूरी हो चुकी है। दो वर्ष पहले कार्य शुरू हुआ था। वृहस्पति कुंड (Brihaspati Kund) के जीर्णोद्धार से धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। अयोध्या में पहले ही सूर्य कुंड और भरत कुंड जैसे स्थलों का जीर्णोद्धार हो चुका है, जो अब पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुके हैं।

Tags: Arunachala Kavi StatueAyodhya Cultural RevivalAyodhya Heritage SitesAyodhya Historical PondsAyodhya TourismBrihaspati Kund AyodhyaBrihaspati Kund RenovationPurandar Das Statue AyodhyaReligious Tourism IndiaSouth Indian Musicians StatuesSpiritual Tourism Uttar PradeshTemples of AyodhyaTyagaraja Swamigal AyodhyaYogi Government Development Work
Previous Post

सपा सुप्रीमो की टिप्पणी का दिया जोरदार जवाब, बोले- जब से भाजपा आई तभी पढ़ाई में जान आई

Next Post

फ्रेश रहने के लिए ऐसे करें सही डियोडरंट का चुनाव

Writer D

Writer D

Related Posts

Kaner
धर्म

कनेर का पौधा इस दिशा में लगाएं, घर में होगा सुख-समृद्धि और संपन्नता का आगमन

29/09/2025
Camphor
धर्म

किस्मत के बंद दरवाजे खोलता है कपूर का ये उपाय, दूर होगी घर से दरिद्रता

29/09/2025
Aarti
धर्म

इस मंत्र के बिना अधूरी मानी जाती है पूजा, जानें इसका महत्व

29/09/2025
Sharadiya Navratri
Main Slider

शारदीय नवरात्रि व्रत का पारण कब है? जानें नियम

29/09/2025
Navagraha Stotra
धर्म

ग्रह दोष से हैं पीड़ित, तो आज ही करें ये खास उपाय

29/09/2025
Next Post
Deodorant

फ्रेश रहने के लिए ऐसे करें सही डियोडरंट का चुनाव

यह भी पढ़ें

Pappu Yadav

पप्पू यादव की जनाधार पार्टी का कांग्रेस में विलय, राहुल गांधी को बताया सशक्त नेता

20/03/2024
RTE

योगी सरकार ने 1.26 लाख से अधिक वंचित बच्चों को दिलाया निजी स्कूलों में दाखिला

20/05/2025
taliban

खूंखार आतंकी को तालिबान ने बना दिया अफगानिस्तान का अंतरिम रक्षा मंत्री

26/08/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version