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धन के भंडार भरे रहेंगे धारण करें रुद्राक्ष, जाने एकमुखी से पंचमुखी रुद्राक्ष के चमत्कारी लाभ

Sawan

Rudraksha

शास्त्रों के अनुसार रुद्राक्ष (Rudraksh) की शिव के अश्रुओं से उत्पन हुआ है. रुद्राक्ष का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है. अलग अलग मनोकामना की सिद्धि के लिए अलग प्रकार के रुद्राक्ष को धारण करना चाहिए. रुद्राक्ष एक मुखी से लेकर इक्कीस मुखी तक होते हैं. लेकिन जानकारी के आभाव में लोग बिना किसी जानकारी के कोई भी रुद्राक्ष पहन लेते हैं. रुद्राक्ष यदि असली हो और सही तरीके से धारण किया गया हो तो व्यक्ति के जीवन में खुशहाली छा जाती है. धन के भंडार भर जाते हैं और जीवन में अपार सफलता प्राप्त होती है. रुद्राक्ष (Rudraksh) धारण करने वाले व्यक्ति के जीवन से भय समाप्त हो जाता है. अलग अलग संख्या के मुख वाले रुद्राक्ष के लाभ अलग अलग होते हैं.

एक मुखी रुद्राक्ष (Ek Mukhi Rudraksh) – एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से अनेक स्वास्थय लाभ होते हैं. ब्लड प्रेशर, सिर दर्द, आँखों या हड्डियों से संबंधित शारीरिक कष्ट के लिए एक मुखी रुद्राक्ष धारण करें. एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति के जीवन में आत्मविश्वाश बढ़ता है जिससे वह उत्तम निर्णय ले पाते हैं.

दो मुखी रुद्राक्ष (Do Mukhi Rudraksh) – जो लोग मानसिक रूप से कमजोर और परेशान रहते हैं उनको दो मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए. दो मुखी रुद्राक्ष कुंडली में चन्द्रमा को मजबूत करता है. जिससे जातक को मानसिक शांति प्राप्त होती है.

तीन मुखी रुद्राक्ष (Teen Mukhi Rudraksh) – पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अपना मंगल मजबूत करने के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष पहनना चाहिए. इससे शारीरिक बल भी बढ़ता है और चेहरे पर अलग ही तेज देखने को मिलता है.

चौमुखी रुद्राक्ष (Chaumukhi Rudraksh) – मान्यता है कि चार मुखी रुद्राक्ष ब्रह्मा जी का रूप है. यह ज्ञान और बुद्धि को बढ़ाने के साथ साथ मनुष्य को धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष भी प्रदान करता है. बुध गृह कमजोर होने पर चौमुखी रुद्राक्ष पहनना चाहिए.

पंचमुखी रुद्राक्ष (Panchmukhi Rudraksh) – जीवन में सुख समृद्धि और धन वैभव प्राप्त करने के लिए पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए. इससे आपके जीवन में समृद्धि आएगी और आपकी राशि का वृहस्पति ग्रह मजबूत बनेगा. वृहस्पति ग्रह मजबूत होने पर व्यक्ति के जीवन से तनाव दूर होता है और उसे संतान सुख भी समय प्राप्त होता है.

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