पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और इससे पहले भारतीय जनता पार्टी-तृणमूल कांग्रेस के बीच वार-पलटवार शुरू हो गया है। हाल ही में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की नई टीम में राष्ट्रीय सचिव बनाए गए भाजपा नेता अनुपम हाजरा अपने एक विवादित बयान के कारण सुर्खियों में हैं। अनुपम हाजरा ने कहा कि अगर उन्हें कोरोना वायरस होता है, तो वो ममता बनर्जी को गले लगा लेंगे।
इस बयान पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से सिलिगुड़ी में उनपर एक केस भी दर्ज करा दिया गया है। अनुपम हाजरा ने रविवार शाम को साउथ 24 परगना में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बयान दिया।
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सूत्रों के अनुसार, बीजेपी नेता अनुपम हाजरा ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता कोरोना से भी बड़े दुश्मन से लड़ाई लड़ रहे हैं। वो ममता बनर्जी से लड़ रहे हैं। अगर कार्यकर्ता ममता के खिलाफ बिना मास्क के लड़ सकते हैं तो फिर कोरोना के खिलाफ भी लड़ सकते हैं। अगर मैं कोरोना से पीड़ित होता हूं तो मैं जाकर ममता बनर्जी को गले लगा लूंगा।
अनुपम हाजरा पिछले ही साल TMC से बीजेपी में आए हैं, कोरोना संकट के दौरान बंगाल सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए उन्होंने ये बात कही। बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि ममता सरकार ने कोरोना से मृत लोगों के साथ बुरा बर्ताव किया, ऐसा बर्ताव को कुत्ते-बिल्ली के साथ भी नहीं होता।
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टीएमसी के वरिष्ठ नेता सौगत रॉय ने इस बयान की निंदा की और कहा कि यही भाजपा की मानसिकता है। सिलिगुड़ी में बीजेपी नेता के बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया गया और FIR दर्ज कराई गई।
जब बयान पर सफाई मांगी गई तो बीजेपी नेता अनुपम ने कहा कि ममता बनर्जी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कई आपत्तिजनक बयान दिए हैं। अगर मेरे खिलाफ एक एफआईआर हुई है तो टीएमसी वालों के खिलाफ दस होनी चाहिए। इस विवाद पर भाजपा की राज्य यूनिट ने खुद को किनारे किया और कहा कि पार्टी इस तरह के बयान का समर्थन नहीं करती। अनुपम हाजरा को राष्ट्रीय टीम में जगह दी गई और भाजपा का सचिव बनाया गया।