वाराणसी। पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में इस बार काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ की अड़भगी नगरी काशी की भी खूब चर्चा हो रही है। चुनाव के अंतिम दौर में वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक बयान के बाद वाराणसी सोशल मीडिया में जमकर सुर्खियां बटोर रही है।
प्रधानमंत्री के बयान के असर को भांप पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी की सांसद महुआ मोइत्रा का बयान और ट्वीट पर लोग जमकर प्रतिक्रिया दे रहे है। शनिवार को पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना के सोनारपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बयान के बाद काशी सोशल मीडिया में ट्रेंड कर रही है। सोशल मीडिया यूजर्स को प्रधानमंत्री का बयान खूब पसंद आ रहा है। लोग भी प्रधानमंत्री के चुनाव में आगे बढ़कर नेतृत्व कौशल और चुनाव माहौल बनाने की क्षमता की जमकर सराहना कर रहे है।
संघ हमला करना सिखाता है, अहिंसक आंदोलन किसान को निडर बनाता है : राहुल
एक यूजर ने लिखा, ‘बंगाल में बदलाव की शुरुआत हो सकती है, आशा है कि हमें एक सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा। लोग लिख रहे है कि प्रधानमंत्री के परिहास से भरे तीर और इसकी मारक क्षमता इस बार पश्चिम बंगाल के चुनाव में गहराई तक असर कर रही है। चुनाव में परिणाम चाहे जिसके पक्ष में आये लेकिन पहली बार बंगाल की शेरनी का आत्मविश्वास हिला दिख रहा है। चुनावी तिकड़म और सम्प्रदाय विशेष पर प्रेम भारी पड़ रहा है।
शनिवार की सभा में प्रधानमंत्री ने ‘दीदी’ के दुखते रग को छेड़ कहा कि ‘बनारस में आपको तिलक वाले, चोटी वाले लोग बहुत मिलेंगे, यहां जय श्री राम के नाम से चिढ़ती हैं वहां हर दो मिनट पर हर हर महादेव का नारा सुनने को मिलेगा। दीदी ओ दीदी… फिर आपका क्या होगा? किस पर गुस्सा करोगी?।
मादक तस्कर को STF ने बरेली से किया गिरफ्तार, 52 लाख रुपए की अफीम बरामद
प्रधानमंत्री यही नहीं रूके उन्होंने बनारसी जीवन शैली की तारीफ कर कहा कि आपसे प्रार्थना है बनारस और यूपी के लोगों पर गुस्सा मत करिएगा। यूपी और बनारस के लोगों ने मुझे इतना प्यार दिया है, वो इतने बड़े दिल वाले लोग हैं कि आपको भी बहुत स्नेह देंगे, दिल्ली नहीं जाने देंगे, वहीं रखेंगे। प्रधानमंत्री के इस बयान को लेकर वाराणसी में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ आम लोग भी उत्साहित हैं। वहीं, विरोधी दलों के नेता इसका निहितार्थ कुछ और ही निकाल रहे है।