लखनऊ। कोहरो पड़ना शुरू हो गया है। ऐसे में धुंध की चादर आपकी मामूली सी लापरवाही आपके जीवन को संकट में डाल सकती है। सड़क पर अगर मनमानी गति से वाहन दौड़ा रहे हैं तो सतर्क हो जाएं। बीते साल कोहरे में फर्राटा भर रहे अनियंत्रित वाहनों के हादसों की संख्या चौंकाने वाली है। प्रदेश के विभिन्न मार्गों पर 8031 हादसे हुए जिनमें जान गंवाने वालों की संख्या 4,177 रही। जो कुल आंकडे़ का तकरीबन 18.9 प्रतिशत रहा।
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लेकिन हादसों और मौतों में टॉप पर साफ मौसम
साफ मौसम में जान गंवाने वालों की संख्या न केवल हादसों में टॉप पर है बल्कि इस मौसम में लापरवाही सबसे ज्यादा होती है। ऐसे में सर्वाधिक मौत इसी मौसम के नाम दर्ज हैं। इस मौसम में कुल दुर्घटनाएं 17,703 हुईं। इनमें कुल मौतों का एक बड़ा आंकडा 9,327 लोगों की जान जाना है। वहीं गंभीर रूप से चोटिल 11,821 ऐसे लोग जो जिंदगी भर इस दंश का सामना करने को मजबूर हैं।
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बरतें ये सावधानियां
- जरूरी हों तो करें सफर
- दोनों साइड के डिपर चलाए
- वाहन की स्क्रीन से धुंध हटाने के लिए वाइपर सही रखें
- सड़क पर दाएं-बाएं वाहन न खड़ा करें
- अपनी लेन में चलें, कोहरा होने पर जहां जीरो विजिबिल्टी हो वाहन न चलाएं
- थर्मस में चाय रखें सुस्ती आने पर करें सेवन
- कमर्शियल वाहनों मसलन ट्रक लॉरी और में बैक लाइट एवं और रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप लगाएं।