जींद। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने आज कृषि विधेयकों के विरोध में 20 सितंबर को चक्का जाम व 25 सितंबर को बंद का आह्वान किया है।
इसके अलावा 27 सितंबर को राष्ट्रीय स्तर की बैठक बुलाई गई है ताकि इस आंदोलन को पूरे देश में एक समय हो, एक तरह का हो, एक ही मांगों पर हो इसको लेकर प्लॉनिंग बनाई जा सके।
facebook पर Instagram के जरिए निजी डेटा चुराने का लगा आरोप
श्री चढूनी उचाना की कपास मंडी में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। शिरोमणि अकाली दल की नेता और नरेंद्र मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफे को लकर श्री चढूनी ने कहा कि श्रीमती बादल ने ऐसा पंजाबवासियों के दबाव में किया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को भी प्रदेश की भाजपा नीत गठबंधन सरकार से नाता तोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि दुष्यंत ने विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ वोट मांगे थे और मतदाताओं ने उन्हें भाजपा को ठुकराकर ही वोट दिये थे।
दिल्ली हाईकोर्ट का आदेश- गरीब बच्चों को ऑनलाइन क्लास के उपकरण, इंटरनेट मुहैया कराएं स्कूल
उन्होंने जानना चाहा कि दुष्यंत ने हमारे वोटों को क्यों भाजपा को बेच दिया? ऊपर से वह बयान दे रहे हैं कि ये अध्यादेश किसान हित में है। दुष्यंत को चाहिए कि वह भाजपा से अपना समर्थन वापस लें नहीं तो आने वाले समय में गांव में लोग नहीं घुसने देंगे।“ उन्होंने कहा कि उप मुख्यमंत्री अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और किसानों के धरने का समर्थन करना चाहिए।
श्री चढूनी ने गृह मंत्री अनिल विज के इस बयान की भी निंदा की कि पिपली रैली में किसानों पर कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में सब साफ दिख रहा है।