हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार सावन (Sawan) का पावन महीना 11 जुलाई 2025 से शुरू होकर 9 अगस्त 2025 को समाप्त होगा। यह महीना भगवान शिव की आराधना और कृपा प्राप्ति का विशेष अवसर होता है। इस दौरान खासकर सोमवार के दिन व्रत और पूजन करने से भोलेनाथ अपने भक्तों पर विशेष कृपा करते हैं।
इस बार सावन (Sawan) में कुल चार सोमवार आएंगे, जो बहुत ही शुभ माने जा रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस बार सावन में 5 राशियों के जातकों पर भगवान शिव की विशेष कृपा बरसने वाली है। आइए जानते हैं कौन सी हैं वो राशियां और क्या होगा इनका लाभ।
इन 5 राशियों पर बरसेगी भोलेनाथ की कृपा
वृषभ राशि (Taurus)
इस राशि वालों के लिए ये सावन (Sawan) धन लाभ और करियर में उन्नति का संकेत लेकर आएगा। नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन और व्यापारियों को बड़ा फायदा हो सकता है। भोलेनाथ की उपासना से पारिवारिक जीवन भी सुखमय रहेगा।
कर्क राशि (Cancer)
कर्क राशि के जातकों को स्वास्थ्य लाभ और मानसिक शांति मिलेगी। जो लोग किसी तनाव या रोग से जूझ रहे हैं, उन्हें राहत मिलेगी। सावन के सोमवार को व्रत करने से विवाह और प्रेम संबंधों में शुभ संकेत मिलेंगे।
सिंह राशि (Leo)
इस राशि के जातकों के लिए ये समय नई योजनाओं के लिए श्रेष्ठ रहेगा। अटका हुआ धन वापस मिल सकता है। शिवजी की उपासना से घर में सुख-समृद्धि बढ़ेगी और सभी अड़चनें दूर होंगी।
वृश्चिक राशि (Scorpio)
वृश्चिक राशि वालों को इस सावन में भाग्य का साथ मिलेगा। करियर में नई ऊंचाइयों को छूने का अवसर मिलेगा। कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामले भी सुलझ सकते हैं। शिवलिंग पर जल अर्पित करें और “ॐ नमः शिवाय” का जाप करें।
मीन राशि (Pisces)
मीन राशि के लिए यह सावन आत्मिक उन्नति और अध्यात्म से जुड़ाव का समय रहेगा। संतान सुख, शिक्षा और धन की दृष्टि से समय शुभ रहेगा। सोमवार व्रत और रुद्राभिषेक करने से जीवन में शांति और समृद्धि आएगी।
सावन (Sawan) 2025 में सोमवार व्रत की तिथियां
सावन (Sawan) में सोमवार के दिन भगवान शिव का व्रत रखने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। वर्ष 2025 में सावन के महीने में कुल चार सोमवार पड़ेंगे।
पहला सावन सोमवार: 14 जुलाई 2025
दूसरा सावन सोमवार: 21 जुलाई 2025
तीसरा सावन सोमवार: 28 जुलाई 2025
चौथा सावन सोमवार: 4 अगस्त 2025
इन तिथियों पर व्रत रखकर और भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा करके भक्त उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। सावन के महीने में शिव चालीसा, महामृत्युंजय मंत्र का जाप और रुद्राभिषेक करना बहुत ही शुभ माना जाता है।