अयोध्या। श्रीरामजन्मभूमि परिसर में राम मंदिर का भूमिपूजन करने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पांच अगस्त को परिसर में एक पौध का रोपण भी करेंगे।
प्रभागीय वनाधिकारी मनोज कुमार खरे ने शुक्रवार को यहां बताया कि श्रीरामजन्मभूमि परिसर में विराजमान रामलला के मंदिर निर्माण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पांच अगस्त को भूमि पूजन के बाद अस्थायी मंदिर के बगल पारिजात पेड़ का पौधरोपण करेंगे। उन्होंने बताया कि यह पेड़ करीब आठ फिट का होगा।
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उन्होंने बताया कि भूमि पूजन के बाद मौलश्री के सौ अदद पौधे लगाये जायेंगे। उनके मुताबिक नक्षत्र वार प्रत्येक नक्षत्र का एक पौधा लगाया जायेगा। परिसर में बाल्मीकी रामायण में वर्णित पौधे अनिवार्य रूप से रोपे जायेंगे।
श्री खरे ने बताया कि बाल्मीकि रामायण के उत्तर कांड के बयालिसवें पंक्ति में इन पौधों का जिक्र किया गया है। देवी सीता को प्रभु राम अशोक वनिका में विहार कराने ले गये थे। इसी प्रसंग में उपवन में पौधों का वर्णन आया है। इसमें चंदन, अमऊ, रक्तचंदन तथा देवदार शोभायमान थे। इसके अलावा चंपा, अशोक, महुआ, कटहल, धूम्ररहित अग्नि के समान प्रकाशित होने वाले पारिजात से वाटिका सुशोभित थी। इसी तरह लोध, कदम्ब, अतिमुक्तक, मदार, कदली तथा गुल्मों व लताओं के समूह व्याप्त थे।
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उन्होंने बताया कि भगवान श्रीराम के जन्मभूमि परिसर में रामलला का भव्य मंदिर निर्माण होते-होते पूरे परिसर में भरपूर हरियाली वृक्षारोपण के माध्यम से किया जायेगा। ऐसे पौधों को लगाया जायेगा कि पूरा मंदिर सुशोभित हो व महकता रहे।