रांची। झारखंड के देवघर जिले में रविवार को सेप्टिक टैंक की सफाई करने के दौरान 6 मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, छह मजदूर सफाई करने के लिए सेप्टिक टैंक के अंदर गए थे।
मजदूर एक के बाद एक अंदर चले गए और सभी अचेत हो गए। उन्हें इलाज के लिए देवघर सदर अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मरने वालों में एक मजदूर, एक ही परिवार के तीन सदस्य और दो अन्य व्यक्ति शामिल हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, बताया जा रहा है कि देवघर जिले के देवीपुर थाना क्षेत्र में आज रविवार की सुबह एक निजी मकान के नवनिर्मित सेप्टिक टैंक का सेंट्रिंग खोलने और साफ करने के लिए एक मजदूर टैंक में उतरा था, लेकिन थोड़ी देर बाद जब वह बाहर नहीं निकला तो दूसरा आदमी टैंक में उतरा फिर वो भी बाहर नहीं आया।
लखनऊ यूनिवर्सिटी के अधिकारियों पर एफआईआर की मांग, योगी को लिखा पत्र
इस तरह से टैंक में छह लोग उतर गए लेकिन कोई बाहर नहीं आया। इस तरह परिवार के परिजन और एक मजदूर समेत छह लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। वहीं एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि एक नव निर्मित मकान था, जिसमें दो तीन महीने पूर्व एक शौचालय का सेप्टिक टैंक बनवाया गया था। जिसका सेंट्रिंग नहीं खोला गया था। उसी को खोलने के दौरान दम घुटने से इतना बड़ा हादसा हो गया।
मृतकों में देवीपुर थाना क्षेत्र के कोल्हड़िया गांव निवासी 48 वर्षीय गोविंद मांझी और उनके दो बेटे 26 वर्षीय बबलू मांझी व 24 वर्षीय लालू मांझी शामिल हैं। जबकि मकान मालिक ब्रजेश चंद बरनवाल (48), उनका भाई 42 वर्षीय मिथलेश चंद बरनवाल सहित पिरहाकट्टा निवासी 27 वर्षीय लीलू मुर्मू की भी इस घटना में मौत हो गई है।
स्थानीय लोगों और जेसीबी की मदद से टैंक में बेहाश पड़े सभी लोगों को बाहर निकाला गया और इलाज के लिए आनन फानन में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने सभी छह लोगों को मृत घोषित कर दिया। इससे पहले, 21 जुलाई को गढ़वा जिले में एक सेप्टिक टैंक में एक पिता और पुत्र सहित तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई थी।