रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने झारखंड (Jharkhand) के खूंटी जिले में मनरेगा कोष में 18 करोड़ रुपये के कथित गबन से जुड़े धन शोधन के एक मामले में झारखंड की खनन सचिव के परिसर सहित कई अन्य ठिकानों पर गुरुवार को छापेमारी की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि झारखंड, बिहार, दिल्ली, हरियाणा, मुंबई और पश्चिम बंगाल में 20 परिसरों में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत छापेमारी की जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक, भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी और झारखंड खनन सचिव पूजा सिंघल (IAS Pooja Singhal) के परिसर में भी छापेमारी की गई है।
यह मामला झारखंड के कनिष्ठ अभियंता राम बिनोद प्रसाद सिन्हा के खिलाफ 2020 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा पीएमएलए (PMLA) के तहत दर्ज मामले से जुड़ा है। केंद्रीय एजेंसी ने कुछ साल पहले झारखंड सतर्कता ब्यूरो द्वारा सिन्हा के खिलाफ दर्ज की गई 16 प्राथमिकी और आरोपपत्रों का संज्ञान लिया था। इनमें सिन्हा पर अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग करने, जालसाजी और धन की हेराफेरी के जरिये 18 करोड़ रुपये के सरकारी धन का गबन करने का आरोप लगाया गया था।
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ED की कार्रवाई जारी
आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के 20 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी जारी है। जानकारी के अनुसार, आईएएस पूजा के रांची के अलावा मुजफ्फपुर बिहार के ठिकानों पर भी ईडी छापेमारी कर रही है। रांची में पंचवटी रेसीडेंसी, ब्लॉक नंबर 9, चांदनी चौक हरिओम टावर, नई बिल्डिंग, लालपुर और रांची के पल्स हॉस्पिटल पर छापा पड़ा है। बता दें कि झारखंड हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि ईडी इस मामले में काउंटर एफिडेविट करे।
बीजेपी ने लगाए सीएम पर आरोप
छापेमारी को लेकर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट किया है। निशिकांत दुबे ने लिखा, ‘झारखंड सरकार यानि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के नाक की बाल पूजा सिंघल, जिन्होंने मुख्यमंत्री, भाई, गुर्गों और दलालों को कौड़ी के भाव खान आवंटित किया, आखिर उनके यहां ईडी का छापा 20 जगह पर चल रहा है, यह छापा रांची, दिल्ली, राजस्थान, मुंबई में जारी है।’