Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

चुनाव आयोग की बड़ी कार्रवाई, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सुरक्षा निदेशक को हटाया

चुनाव आयोग

चुनाव आयोग

कोलकाता। नंदीग्राम मामले पर चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सुरक्षा निदेशक को पद से हटा दिया है। साथ ही कहा कि ममता की z+ सुरक्षा के लिए सुरक्षा निदेशक के रूप में अपने प्राथमिक कर्तव्य के निर्वहन में विफल रहे। इसके लिए एक सप्ताह के भीतर सहाय के खिलाफ आरोप तय होना चाहिए।

इसके अलावा चुनाव आयोग ने ईस्ट मिदनापुर के डीएम विभू गोएल और एसपी प्रवीण प्रकाश को भी पद से हटा दिया है। इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने अपने कर्तव्य में भारी लापरवाही दिखाई।

अन्नाद्रमुक का घोषणा: छह रसोई गैस सिलिंडर और परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी

चुनाव आयोग ने डीएम विभू गोएल की जगह स्मिता पाटिल को नई जिम्मेदारी दी है। चुनाव आयोग ने पंजाब के पूर्व डीजीपी इंटेलिजेंस अनिल कुमार शर्मा को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए विशेष पुलिस पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। वहीं विवेक दुबे के अतिरिक्त एके शर्मा दूसरे विशेष पुलिस पर्यवेक्षक होंगे। यही नहीं चुनाव आयोग ने मामले की जांच अगले 15 दिनों में पूरी करने और 31 मार्च तक चुनाव आयोग को रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।

बता दें कि नंदीग्राम में अपने चुनाव अभियान के दौरान सीएम ममता बनर्जी के पैरों में चोट लग गई थी। ममता ने आरोप लगाया था कि उनके पैर को कुचलने की कोशिश की गई । हालांकि अब चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि यह कोई हमला नहीं था बल्कि एक दुर्घटना थी।

चुनाव आयोग ने  प्रत्याशियों को सुरक्षा नियमों के पालन के दिए निर्देश

चुनाव आयोग ने इसके साथ ही एक बार पुन: सभी प्रत्याशियों को प्रचार के दौरान सुरक्षा नियमों के पालन के निर्देश दिए हैं। आयोग ने पत्र लिखकर कहा है कि जेड-प्लस सुरक्षा प्राप्त प्रत्याशी केंद्र द्वारा उपलब्ध कराए गए बुलेटप्रूफ वाहन में ही सफर करें। जिन स्टार प्रचारकों को सुरक्षा एजेंसियों द्वारा सुरक्षा प्रदान की गई है, वे भी इसके प्रोटोकॉल का ध्यान रखें। इनका उल्लंघन उनके लिए जोखिमभरा हो सकता है।

इन बातों का रखें खयाल

Exit mobile version