अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने अब अपनी सरकार का एजेंडा तय करना शुरू कर दिया है। तालिबान के एक अधिकारी ने ऐलान किया है कि उन्होंने सभी नागरिकों के लिए एक साझा माफी देने का फैसला लिया है, साथ ही महिलाओं से भी सरकार में जुड़ने की अपील की है।
समाचार एजेंसी AP के मुताबिक, इस्लामिक एमिराट के कल्चरल कमिशन के एनामुल्लाह ने एक टीवी चैनल पर बातचीत के दौरान ये ऐलान किया है।
तालिबान की ओर से कहा गया है कि वो अपनी सरकार में महिलाओं को भी शामिल करेगा, साथ ही वह नहीं चाहता कि महिलाएं किसी तरह की हिंसा का शिकार बनें।
हालांकि, अफगानिस्तान में तालिबान की नई सरकार का गठन कैसे होगा और किस फॉर्मूले के तहत होगा, इसपर अभी तालिबान ने पत्ते नहीं खोले हैं। तालिबान का कहना है कि हमारी लीडरशिप पूरी तरह से इस्लामिक होगी और सभी तबकों को जगह मिलेगी।
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तालिबान की ओर से ये बयान तब दिया गया है, जब अफगानिस्तान में महिलाओं और बच्चों के भविष्य को लेकर कई तरह की चिंताएं जताई जा रही हैं। अफगानिस्तान में तालिबानी राज आते ही देश के अलग-अलग हिस्सों में कई तरह के बदलाव आ रहे हैं।
दीवारों पर या होर्डिंग बोर्ड पर जहां महिलाओं की तस्वीर लगी है, लोग उनपर खुद ही रंग लगा रहे हैं। क्योंकि तालिबान के नियमों के अनुसार, महिलाओं का हिजाब पहनना जरूरी है। कुछ दिन पहले तालिबान ने संकेत दिए थे कि अफगानिस्तान में शरिया कानून लागू होगा।