लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Chunav 2022) से पहले नेताओं के दलबदल का दौर अपने चरम पर है। इसी कड़ी में कई अन्य नेताओं ने भी समाजवादी पार्टी से किनारा कर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली है।
आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी से 3 बार विधायक शरद वीर सिंह, पूर्व मंत्री प्रो. शिवाकांत ओझा और पूर्व सांसद राकेश सचान बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, भारत सरकार में मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी आदि लोग की मौजूदगी में तीनों नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ली।
राकेश सचान कौन हैं
राकेश सचान की गिनती कानपुर घाटमपुर औऱ फतेहपुर क्षेत्र के कद्दावर नेताओं में होती है। कानपुर की घाटमपुर सीट से 1993 और 2002 में विधायक रहे राकेश सचान ने 2009 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर फतेहपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ा औऱ जीत दर्ज कर सांसद बने।
2014 में सपा के टिकट पर फ़िर से फतेहपुर से चुनाव लड़े लेकिन मोदी लहर में राकेश सचान को बीजेपी की साध्वी निरंजन ज्योति ने तगड़ी शिकस्त दी थी इस चुनाव में राकेश सचान तीसरे नम्बर पर आए थे। दूसरे पर बसपा के अफ़ज़ल सिद्दीकी थे।
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2019 में सपा बसपा गठबंधन में फतेहपुर की लोकसभा सीट बसपा के खाते में चली गई थी।बसपा ने सुखदेव प्रसाद वर्मा को टिकट दिया। जिससे नाराज़ होकर राकेश सचान कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
इसके बाद 2019 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़े। लेकिन बुरी तरह हार गए। बावजूद इसके कांग्रेस में प्रियंका गांधी की टीम का हिस्सा रहे। प्रियंका गाँधी के खास सिपहसालारों में से एक थे।