पणजी। सोनाली फोगाट (Sonali Phogat) के मौत मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनके शरीर पर 4-5 चोट के निशान मिले हैं। रिपोर्ट में जहर देकर मारे जाने की संभावना भी जताई गई है। सोनाली फोगाट के विसरा जांच के लिए भेजे गए हैं। सैंपल की टेस्टिंग के बाद इस बात की जानकारी मिल पाएगी कि सोनाली (Sonali Phogat) को जहर या कैमिकल दिया गया था या नहीं। इस मामले में पुलिस ने सुखविंदर और सुधीर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। गोवा पुलिस ने 2 लोगों के खिलाफ मर्डर केस दर्ज किया है।
सोनाली फोगाट (Sonali Phogat) का शव कॉफिन में डालकर अस्पताल से एयरपोर्ट ले जाया गया। परिवार ने कहा कि वो आईपीसी की धारा 302 लगाए जाने से खुश है कि उनकी बहन को न्याय मिलेगा। लेकिन दोनों लोग जिनका वो नाम ले रहे है उनकी गिरफ्तारी होनी जरूरी है जिसमें सुधीर सांगवान और सुखविंदर सिंह।
सोनाली की बहन ने कहा था कि उनकी बहन को हॉर्ट अटैक नहीं आ सकता, जरूर उनके साथ कुछ गलत हुआ है। उन्होंने बताया था कि सोनाली की एक रात पहले घरवालों से बात हुई थी जिसमें उन्होंने मां से खराब तबीयत के बारे में बताया था।
घरवालों ने सोनाली को अस्पताल जाने की भी सलाह दी थी। इधर, उनके भांजे ने सोनाली के पीए सुधीर सांगवान पर आरोप लगाते हुए कहा था कि उसने घर के सभी लोगों को मौत की अलग-अलग वजह बताई थी और वो सोनाली को उनके घरवालों से बात नहीं करने देता था।
सोनाली फोगाट की मौत के दो दिन बाद उनके परिवार ने गुरुवार यानी आज पोस्टमॉर्टम के लिए सहमति दे दी थी, साथ ही शर्त रखी थी कि पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाए।
बीजेपी नेता और टिकटॉक स्टार सोनाली की मौत के बाद से ही उनका परिवार सवाल उठा रहा था और लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा था। सोनाली हरियाणा बीजेपी का चर्चित चेहरा थीं। उन्होंने कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ चुनाव लड़ा था।
मौत की वजह सामने आनी चाहिए
सोनाली फोगाट की मौत पर भारतीय जनता पार्टी हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा इस बारे में मैने गोवा के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष से बात की है। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने भी गोवा के मुख्यमंत्री से बात की है और निवेदन किया था कि सोनाली फोगाट की आकस्मिक मौत के मामले में जो सत्य वह सामने आना चाहिए।
धनखड़ ने बताया कि हमने गोवा की सरकार से निवेदन किया था कि परिवार की मौजूदगी में ही पोस्टमार्टम किया जाए। हमारे निवेदन पर ही डाक्टरों के बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया। राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्वयं भी इस पर संज्ञान ले लिया है, इसलिए निश्चित ही सच सामने आएगा।