नई दिल्ली। देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (NSA Ajit Doval) की सुरक्षा में चूक से जुड़े एक मामले में कार्रवाई करते हुए सरकार ने 3 कमांडो को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। ये कमांडो उस वक्त डोभाल की सुरक्षा में लगे थे, जब फरवरी में एक गाड़ी उनके घर के गेट तक पहुंच गई थी। इस मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था।
NSA अजीत डोभाल (NSA Ajit Doval) के घर पर हुई सुरक्षा चूक मामले में CISF की जांच रिपोर्ट कई खुलासे हुए हैं। ये जांच रिपोर्ट करीब 100 पेज की है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सीआईएसएफ को उस समय ये प्रीज्यूम करना था कि ये फिदायीन टाइप हमला था। CISF के जवानों को फायर खोलना चाहिए था पर ऐसा नहीं हुआ। इसलिए सुरक्षा में तैनात जवानों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि NSA अजीत डोभाल (NSA Ajit Doval) के घर पर जो गाड़ी 16 फरवरी 2022 को गेट तक पहुंच गई, उसमें मौजूद शख्स ने पहले रेकी किया होगा। इसलिए करीब 7 बजकर 32 मिनट पर वह गलत साइड से गाड़ी लेकर आया और NSA के घर के गेट पर टकरा दी। इस दौरान गेट पर 3 कमांडो गेट पर मौजूद थे, लेकिन उनकी तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया।
डोभाल (NSA Ajit Doval) को मिली है Z+ सिक्योरिटी
उस वक्त Z+ कैटेगरी की सुरक्षा प्राप्त अजीत डोभाल (NSA Ajit Doval) अपने घर पर थे। सुरक्षा में इस बड़ी चूक के चलते 3 CISF के कमांडो को बर्खास्त किया गया है। इसमें 2 सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड किया गया है। साथ ही 1 DIG और 1 कमांडेंट का ट्रांसफर किया गया है। सूत्रों का कहना है कि जांच में इस चूक को “रेयरेस्ट ऑफ रेयर” केस माना गया है।
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अजीत डोभाल को Z+ कैटेगिरी की सुरक्षा मिली है, उनके चारों तरफ कड़ा सुरक्षा पहरा होता है। इसमें 58 कमांडों शामिल होते हैं। इसमें 10 आर्म्ड स्टैटिक गॉर्ड, 6 PSO, 24 जवान, 5 वाचर्स (दो शिफ्ट में) शामिल होते हैं।