नई दिल्ली। रेलवे बोर्ड के चैयरमैन विनोद कुमार यादव ने बताया कि लॉकडाउन के बाद सामान्य पैसेंजर ट्रेन समय बदलेगा। रेल मंत्रालय ने नया टाइम टेबल तैयार किया है। नए टाइम टेबल में पैसेंजर कॉरीडोर अलग से तय होगा। एक समय अंतराल में सिर्फ पैसेंजर ट्रेन चलेगी।
एक समय अंतराल होगा जहां सिर्फ मालगाड़ी चलेंगी। हर 24 घंटे में 3 घंटा सिर्फ मैंटेनेंस के लिए होगा। ट्रेन बंद होने के दौरान 200 से ज्यादा इंफ्रा से जुड़े काम किए गए हैं जिससे ट्रेन की औसत स्पीड में इजाफा हुआ है। उन्होने ये भी कहा कि जिस रूट पर जरूरत होगी वहां रेलवे ट्रेन चलाने के लिए तैयार हैं।
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अभी 230 पैसेंजर ट्रेन चल रही हैं, 75% ऑक्यूपेंसी है। कमोवेश हर रूट पर अगले 5-6 दिन का कन्फर्म टिकट मिल जा रहा है। अभी किसी सेक्टर में ट्रेन बढ़ाने की जरूरत नहीं है। जहां जरूरत होगी वहां ट्रेन चलाने के लिए तैयार हैं।
नुकसान की भरपाई माल ढुलाई से करने की कोशिश
विनोद कुमार यादव ने कहा कि, रेलवे नुकसान की भरपाई माल ढुलाई से करने की कोशिश हो रही है। पिछले 3 महीने में 6-7 फीसदी खर्च कम किया है। जीरो बेस टाइम टेबल पर काम कर रहे हैं।
विनोद कुमार यादव ने कहा कि सालाना पैसेंजर ट्रेन से 50 हजार करोड़ की आमदनी होती है। रेलवे ने कोरोना संकट को एक अवसर में तब्दील किया है। ट्रेन बंद होने पर इंफ्रा से जुड़े काम किए गए हैं। कोरोना काल में 200 से ज्यादा इंफ्रा से जुड़े काम करने का मौका मिला है।
इस अवधि में फ्रेट ट्रेन की औसत स्पीड 23 Km से बढ़कर 46 Km कर ली गई है। माल की ढुलाई का समय काफी कम हो गया है। पिछले साल के मुकाबले माल ढुलाई काफी बढ़ गई है। माल की ढुलाई 40 फीसदी तक बढ़ाने का लक्ष्य है।