केंद्र के तीन कृषि कानून के विरोध में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रोय प्रवक्ता राकेश टिकैत पिछले छह महीने दिल्ली में सरकार के खिलाफ आंदोलन चल रहा है।
इसी बीच राकेश टिकैत और उनके बेटे पर एक किसान की लाखों की जमीन पर कब्जा करते हुए उसकी फसल को भी तहस-नहस करने का आरोप लगा है। पीड़ित परिवार ने जिला प्रशासन के साथ-साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाते हुए चौधरी राकेश टिकैत के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।
दरअसल मामला मुजफ्फरनगर के थाना शाहपुर क्षेत्र के गांव किनौनी का है जहां किनौनी निवासी श्रीमती सुशीला देवी और उसके पुत्र विनीत बालियान ने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत उनके पुत्र चौधरी चरण सिंह टिकैत और जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है।
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सुशीला देवी का आरोप है कि उनकी 3 बीघा से ज्यादा जमीन रेलवे अधिग्रहण में आई थी लेकिन बिना किसी अनुमति के चौधरी राकेश टिकैत और उनके पुत्र चौधरी चरण सिंह ने रविवार की रात उनकी फसल पर अवैध रूप से कब्जा करते हुए उस पर बुलडोजर चलवा दिया, जिससे उनकी 3 बीघा जमीन पर खड़ी फसल बर्बाद हो गई, जिला प्रशासन से शिकायत के बाद भी अभी तक जिला अधिकारी सेल्वा कुमारी और एडीएम अमित कुमार ने राकेश टिकैत और उनके पुत्र पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की है, जिससे तंग आकर हमने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है। हमें ना ही तो कोई भूमि अधिग्रहण का मुआवजा मिला और ना ही जिला प्रशासन की ओर से कोई न्याय।
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पीड़ित सुशीला देवी का यह भी कहना है कि राकेश टिकैत किसान नेता नहीं बल्कि बहुत बड़े भूमाफिया हैं जो छोटे किसानों की जमीनों को जबरन कब्जा कर लेते हैं, राकेश टिकैत के खिलाफ जिला प्रशासन भी कोई कार्यवाही नहीं करता क्योंकि राकेश टिकैत एक किसान नेता है और जिला प्रशासन उनकी दबंगता के चलते बैकफुट पर है।
उधर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के पुत्र चरण सिंह टिकैत ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया है।