अलीगढ़ पुलिस ने बच्चों को चोरी कर बेचने के एक बड़े रैकेट का खुलासा किया है। पुलिस ने मामले में कई लोगों को हिरासत में लिया है, जो गाजियाबाद व अलीगढ़ से सड़क किनारे झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले गरीब परिवारों के बच्चे चुराकर अमीर घरों में जिनके बच्चे नहीं होते थे उनको बेच दिया करते थे।
पुलिस ने मामले में उन लोगों को भी हिरासत में लिया है जिन लोगों ने इन बदमाशों से बच्चे खरीदे थे। पुलिस ने कुछ मासूम बच्चों को भी बरामद किया है। सूचना सुनकर वह परिवार भी थाने पहुंच गए जिनके बच्चे चोरी हुए थे। पुलिस अभी इस नेटवर्क के बारे में और जानकारी कर रही है। पुलिस ने 16 बेचने व खरीदने व मध्यस्थता करने वाले अपराधियों को हिरासत में लिया है जिन्हें कुछ महिलाएं भी शामिल हैं व 5 बच्चे भी बरामद किए हैं। बरामद बच्चों में गाजियाबाद के दो व अलीगढ़ के तीन बच्चे हैं।
दरअसल, अलीगढ़ में पिछले कुछ महीनो में सड़क किनारे रहने वाले गरीब परिवारों के बच्चे चोरी होने की सूचनाएं पुलिस को मिल रही थी। यह परिवार वह लोग थे जो कूड़ा बीनने, नट जाति के या इसी तरह के अन्य लोग थे। इन लोगों के बच्चे लगातार गायब हो रहे थे। बच्चा चोरी की घटनाएं पुलिस के लिए सिरदर्द बनी हुई थी, जिसके बाद एसएसपी अलीगढ़ ने ऑपरेशन खुशी अभियान चलाया, जिसमें पुलिस की कुछ टीम इस मामले के खुलासे के लिए लगाई गई थी।
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आज थाना महुआ खेड़ा पुलिस ने ऐसे ही एक रैकेट का पर्दाफाश किया है और कुछ बच्चा चोरों को गिरफ्तार किया है। यह लोग बच्चा चुराकर जिनके बच्चे नहीं होते थे। उन परिवारों में इन मासूमों को बेच दिया करते थे। इसके एवज में ₹50000 से कई लाख तक की रकम ली जाती थी। पुलिस ने इन बदमाशों की निशानदेही पर कुछ बच्चों को भी बरामद किया है व बच्चा खरीदने वाले कुछ लोगों को भी हिरासत में लिया है। पुलिस पूरे नेटवर्क के बारे में और जानकारी कर रही है।
बच्चा चोरी के मामले के खुलासे की जानकारी होने के बाद अलीगढ़ में जिन गरीब महिलाओं के बच्चे चोरी हुए थे वह भी थाना महुआ खेड़ा पहुंच गई। उन महिलाओं ने बताया कि हमारे पास एक गाड़ी आई उन्होंने हमें धमकाया और फिर हमारे घर वाले को उठा कर ले जा रहे थे। हम पूरी रात जागे। जब हम करीब 4:00 बजे सो गए तो सुबह पता चला कि बच्चा गायब है। बच्चा कौन ले गया यह पता नहीं है. आज हमको पता चला किसी ने बताया कि बच्चे मिले हैं इसलिए हम अपने बच्चों की तलाश करने थाने आए हैं।
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अलीगढ़ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि जनपद अलीगढ़ पुलिस द्वारा एक बड़ी कार्रवाई की गई है, जिसमें बच्चा चुराने वाले, उनको मध्यस्थता कर बेचने वाले और खरीदने वाले इस तरह के अपराधी व्यक्तियों के पूरे गैंग का पर्दाफाश किया गया है। यह अंतर्जनपदीय गैंग है और 16 लोगों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने एक ही रात में चले ऑपरेशन में 5 बच्चे बरामद किए हैं। यह बच्चे पिछले 7 माह के अंदर विभिन्न जनपदों से चोरी किए गए थे। अगर इस गैंग के मुख्य अभियुक्तों की बात करें तो दुर्योधन अनिल और शुभम है।
यह मूलरूप से तीनों अपराधी इसके सरगना है। यह तीनों बच्चे चुराया करते थे। यह अक्सर रात में अकेले बच्चे जो घर के बाहर होते थे उनको चुराकर के कुछ महिलाएं हैं। उनका गिरोह है इनमें बबली नेहालक्ष्मी चांदनी और रेखा है इन महिलाओं को बेचा करते थे और इन के माध्यम से निसंतान दंपतियों को बेचा करते थे। इसके एवज में ₹50000 से लेकर कई लाख तक लिया करते थे। दो बच्चे गाजियाबाद से और तीन बच्चे अलीगढ़ से चोरी हुए थे। इस गुड वर्क करने वाली टीम को ₹25000 इनाम की घोषणा की गई है।