अहमदाबाद में 12 जून को हुए एयर इंडिया विमान (AI171) हादसे (Air India Plane Crash) की शुरुआती जांच रिपोर्ट सामने आ गई है। इस रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले फैक्ट सामने आए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, टेकऑफ के कुछ सेकंड ही बाद विमान के दोनों इंजन अचानक बंद हो गए थे, जिससे विमान की स्पीड धीमी हुई और क्रैश हो गया।
दरअसल, एयर इंडिया के विमान AI171 अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन गैटविक के लिए उड़ान भरने के कुछ क्षण बाद ही दुर्घटनाग्रस्त (Air India Plane Crash) का शिकार हो गया था। इस हादसे में 230 यात्रियों और 12 क्रू मेंबर्स में से 241 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा, दुर्घटना स्थल पर मौजूद (जमीन पर) 19 लोगों की जान चली गई थी। AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद विमान के दोनों इंजन के फ्यूल कटऑफ स्विच “RUN” से “CUTOFF” स्थिति में चले गए।
ईंधन की सप्लाई अचानक बंद होने से इंजन भी पूरी तरफ बंद हो गए। ऐसे में इंजन पावर के बिना विमान न उड़ान भर सका और न ही ऊंचाई हासिल हो पायी। रिपोर्ट के अनुसार, टेकऑफ के बाद 08:08:42 UTC पर विमान AI171 ने अधिकतम 180 नॉट्स की गति हासिल की थी, लेकिन इसके तुरंत बाद दोनों इंजनों के फ्यूल स्विच एक-एक सेकंड के अंतराल में बंद हो गए। इससे दोनों इंजन की पावर (N2 वैल्यू) न्यूनतम स्तर से भी नीचे चली गई, और विमान केवल 32 सेकंड तक हवा में रह सका।
कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से सामने आयी पायलटो की बातचीत
AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में इंजन बंद होने को लेकर पायलट और को-पायलट के बीच बातचीत का भी विश्लेषण किया गया है। CVR में पायलट सुमित सभरवाल को यह पूछते हुए सुना गया कि फ्यूल स्विच को क्यों बंद किया गया, जिसका को-पायलट क्लाइव कुंदर जवाब देते हैं कि उन्होंने ऐसा नहीं किया। ऐसे में सवाल उठता है कि स्विच अपने आप बंद हुए या किसी ने जानबूझकर या गलती से किया? यह एक सामान्य बात नहीं है, क्योंकि ये फ्यूल स्विच कॉकपिट में विशेष रूप से डिजाइन किए गए हैं ताकि गलती से इन्हें छुआ न जाए।
फ्यूल स्विच दोबारा चालू किए गए
एक इंजन (Engine 2) ने थोड़ी देर के लिए काम करना शुरू किया, लेकिन दूसरा इंजन (Engine 1) स्थिर नहीं हो सका। रिपोर्ट में कहा गया कि जांच में पक्षियों के टकराने के कोई प्रमाण नहीं मिले, जिससे यह कारण बाहर हो गया।
EAFR से डेटा मिला
विमान के अगले हिस्से में लगे EAFR (Extended Airframe Flight Recorder) से डेटा सफलतापूर्वक निकाला गया। हालांकि, पीछे वाला रिकॉर्डर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी तक बोइंग या GE इंजन निर्माता को कोई चेतावनी या एडवाइजरी जारी नहीं की गई है, क्योंकि हादसे (Air India Plane Crash) का वास्तविक कारण अब भी जांच के दायरे में है।