पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को महागठबंधन ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने संकल्प पत्र जारी किया। इस दौरान कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने जाले से कांग्रेस उम्मीदवार के जिन्ना समर्थक होने के सवाल को वेबुनियाद बताया।
उन्होंने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के अध्यक्ष थे। तो उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था कि एएमयू, संसद और मुंबई उच्च न्यायालयय से जिन्ना की मूर्ति को हटाया जाए। इसपर प्रधानमंत्री ने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा के अध्यक्ष जिन्ना की मजार पर मत्था टेके और हमसे सवाल पूछे जा रहे हैं।
बिहार चुनाव : सुरजेवाला बोले- ये खुद्दारी और तरक्की बनाम बंटवारा और नफरत का चुनाव है
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि ये चुनाव नई दशा बनाम दुर्दशा का चुनाव है, ये चुनाव नया रास्ता और नया आसमान बनाम हिंदू-मुसलमान का चुनाव है, ये चुनाव नए तेज बनाम फेल तजुर्बे की दुहाई का चुनाव है, ये चुनाव खुद्दारी और तरक्की बनाम बंटवारा और नफरत का चुनाव है। अगर हम तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सरकार बनाते हैं तो हम तीन कृषि विरोधी कानूनों को समाप्त करने के लिए पहले विधानसभा सत्र में एक विधेयक पारित करेंगे।
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तीन गठबंधन के साथ भाजपा इस बार बिहार के चुनाव में उतरी है
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा तीन गठबंधनों में चुनाव लड़ रही है, एक गठबंधन है जेडीयू और भाजपा का जो आपको नजर आता है, एक गठबंधन है भाजपा और लोजपा का जो आप समझते हैं। एक गठबंधन है भाजपा और ओवैसी साहब का। तीन गठबंधन के साथ भाजपा इस बार बिहार के चुनाव में उतरी है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि नफरत फैला रही है भाजपा
कांग्रेस प्रवक्ता ने जाले से कांग्रेस द्वारा जिन्ना समर्थक उम्मीदवार को टिकट दिए जाने पर मचे बवाल को लेकर भाजपा पर नफरत फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ध्यान भटकाने के लिए भाजपा नफरत की फैक्ट्री में विवाद की तैयारी कर रही है। हमारे जाले उम्मीदवार ने जिन्ना की विचारधारा का कभी साथ नहीं दिया। जब वह एएमयू के छात्र थे, तो उन्होंने एएमयू, संसद और बॉम्बे उच्च न्यायालय से जिन्ना के चित्र हटाने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने कभी इसका जवाब नहीं दिया।