बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election) में 20 अक्टूबर को दूसरे चरण के नामांकन की अंतिम तिथि थी। इस दौरान जहानाबाद में नामांकन करने के ठीक बाद पुलिस ने असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईए के प्रत्याशी मो. कलामुद्दीन (Mohammad Kalamuddin) गिरफ्तार कर लिया। कलामुद्दीन नगर परिषद जहानाबाद के पूर्व उपाध्यक्ष हैं और वह प्रयास के एक पुराने मामले में आरोपित हैं।
जानकारी के अनुसार, जहानाबाद के काको थाना में मो. कलामुद्दीन (Mohammad Kalamuddin) के खिलाफ केस दर्ज है। थानाध्यक्ष राहुल कुमार ने एआईएमआईए के प्रत्याशी को गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की है। गिरफ्तारी की जानकारी जैसे ही फैली कलामुद्दीन के समर्थक आक्रोशित हो गए और हंगामा करने लगे।
एआईएमआईए नेता (Mohammad Kalamuddin) को गिरफ्तार कर सदर थाना ले जाया गया, जहां उन्हें अचानक हार्ट अटैक आ गया। फिर कलामुद्दीन को आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। वहीं, स्थिति गंभीर होने के कारण डॉक्टरों उन्हें बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया।
हालांकि, नामांकन के तुरंत बाद एआईएमआईए प्रत्याशी मो. कलामुद्दीन (Mohammad Kalamuddin) की गिरफ्तारी राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई। पुलिस ने इस मामले पर विस्तृत टिप्पणी करने से बच रही है।
वहीं, कलामुद्दीन के समर्थकों ने इसे साजिश करार देते हुए उन्हें गिरफ्तार करने का आरोप लगाया है। जाफरगंज निवासी कलामुद्दीन सामाजिक रूप से सक्रिय रहे हैं और मुस्लिम समाज में अच्छी पकड़ के चलते ओवैसी की पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है।