पटना। बिहार विधानसभा अध्यक्ष को लेकर विपक्षी दलों के महागठबंधन ने भी मंगलवार को उम्मीदवार उतार दिया है। महागठबंधन ने इसके लिए सीवान के विधायक अवध बिहारी चौधरी को उम्मीदवार बनाया है।
इसके बाद यह तय हो गया है कि विधानसभा अध्यक्ष को लेकर इस बार चुनाव होगा। राजद के विधायक दल के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को बताया कि कि महागठबंधन की ओर से अवध बिहारी चौधरी ने स्पीकर पद के लिए नामांकन भर दिया है।
जहरीली शराब कांड के जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई करे योगी सरकार : मायावती
उन्होंने चौधरी की जीत का दावा करते हुए कहा कि बिहार में विधानसभा में अध्यक्ष का पद अहम और जिम्मेदारी वाला पद होता है, जो पक्ष और विपक्ष को साथ लेकर चल सके, सबकी बातें सुने। इसके लिए अनुभव का होना बहुत जरूरी है।
Bihar: Mahagathbandhan-led Opposition candidate & RJD MLA Awadh Bihari Chaudhary files nomination in Patna for the Speaker post of the state legislative assembly. pic.twitter.com/ccWLNrQ0dX
— ANI (@ANI) November 24, 2020
एआईएमआईएम के समर्थन देने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वे सभी विधायकों से अपील करेंगे कि वे अनुभवी को अध्यक्ष चुनने के लिए वोट दें। उन्होंने कहा कि चौधरी पहली बार 1985 में विधायक बने थे और अब तक पांच बार विधायक रहे हैं।
इधर, प्रत्याशी बनने के बाद चौधरी ने कहा कि महागठबंधन ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी बनाया है। उन्होंने विधायकों को विश्वास जताते हुए कहा कि वे अध्यक्ष बनने के बाद पूरे नियम से और बिना भेदभाव के सदन चलाने का काम करेंगे। विधानसभा अध्यक्ष के लिए बुधवार को चुनाव होना है।
महागठबंधन के तरफ से विधानसभा उम्मीदवार अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि मुझे उम्मीद है सभी सदस्यों का समर्थन मुझे मिलेगा, क्योंकि यह पद निष्पक्ष होता है। मालूम हो कि एनडीए ने पूर्व मंत्री विजय कुमार सिन्हा को अपना उम्मीदवार बनाया है। अवध बिहारी चौधरी यादव जाति से आते हैं और ओबीसी के चेहरा हैं, जबकि एनडीए ने विजय कुमार सिन्हा सामान्य वर्ग से आते हैं और भूमिहार जाति के हैं।