कानपुर के बहुचर्चित बिकरू कांड की जांच एसआईटी कर रही है। इसी क्रम में रविवार को कानपुर पुलिस ने गांव में पोस्टर चस्पा किया।
पोस्टर के जरिए पुलिस ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि बिकरू कांड से संबंधित किसी भी तरह की लिखित या मौखिक सूचना थाना चौबेपुर या जांच आयोग टीम (SIT) लखनऊ को दे सकते हैं। वहीं चस्पा की गई नोटिस में सूचना कर्ता का नाम गोपनीय रखे जाने का भरोसा दिया गया है।

बिकरू कांड की एसआईटी (SIT) रिपोर्ट से रोज़ नए खुलासे हो रहे हैं। एसआईटी रिपोर्ट में पुलिस, प्रशासन, राजस्व और जिला सप्लाई विभाग पर विकास दुबे के रसूख की कहानी सुनाता है। इसीलिए एसआईटी ने इन विभागों के कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश भी की है।
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एसआईटी की रिपोर्ट पर जल्द ही बड़ी कार्रवाई होने के आसार हैं। एसआईटी रिपोर्ट के मुताबिक इन विभागों के अफसरों ने न सिर्फ मुठभेड़ में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे की गतिविधियों पर चुप्पी साधे रखा बल्कि उसे प्रोत्साहित भी किया है।
बता दें बिकरू कांड के बाद से विकास दुबे और उसकी काली कमाई में सहयोगी रहे लोगों पर जांच एजेंसी का शिकंजा कसा है। विकास दुबे के खास जय बाजपेयी पर पहले ही ईडी का शिकंजा कसा जा चुका है। दरअसल 2- 3 जुलाई की रात कानपुर के बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे ने अपने साथियों के साथ मिलकर सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत 8 पुलिसकर्मियों की हत्या की थी। जिसके बाद एक एनकाउंटर में विकास दुबे भी मारा गया था। विकास दुबे और उसके करीबियों की संपत्तियों की जांच में ईडी लग गई है।







