उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि किसानों को खेतों में आर्गेनिक खाद प्रयोग करने के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा और गौशालाओं में बायोगैस संयंत्र लगाये जायेंगे।
दरअसल, राजभवन में आज गुजरात के बायो गैस विशेषज्ञ डा भरत पटेल ने एक प्रस्तुतीकरण दिया था जिसमें उन्होंने कहा कि कैमिकल फर्टिलाइजर पेस्टीसाइड आदि का बहुतायत से प्रयोग होने के कारण जनसमुदाय विभिन्न गम्भीर बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। जरूरी है कि हम कार्बनिक उर्वरकों के प्रयोग के लिये किसानों को प्रेरित करें। डा पटेल ने बताया पे्रसमड, गोबर तथा पराली को मिलाकर बायोगैस सफलतापूर्वक तैयार किया जा सकता है, जिसका उपयोग बायो र्फिर्टलाइजर, बायोगैस तथा सीएनजी के रूप में प्रयोग किया जा सकता है।
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कार्यक्रम में मौजूद मुख्यमंत्री ने प्रस्तुतीकरण की सराहना करते हुये कहा कि इसे सर्वप्रथम प्रदेश के प्रत्येक जिले में स्थापित गौशालाओं में स्थापित कराया जायेग। किसानों को अपने खेतों में आर्गेनिक खाद प्रयोग करने के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश में आर्गेनिक मिशन के तहत ये कार्य प्रत्येक जिले में किये जायेंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे गुजरात जाकर वहां स्थापित विभिन्न बायोगैस प्लांटों को देखें तथा एक कार्य योजना तैयार करें ताकि इस प्रभावी ढंग से प्रदेश में लागू किया जा सके।
उन्होंने कहा कि हमें अपनी ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत मिशन आर्गेनिक मिशन, अपशिष्ट फ्री फार्मिग, ग्रीन इनर्जी की सुविधा प्रदान करनी है तथा किसानों की आय दो दुगनी करने के सभी उपाय करने हैं ऐसा करने से ग्रामीण क्षेत्रों का चैमुखी विकास हो सकेगा।
इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अलावा अपर मुख्य सचिव कृषि डा देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा अरविन्द कुमार, अपर मुख्य सचिव पशुधन भुवनेश कुमार एवं विशेष सचिव मुख्यमंत्री समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।