लखनऊ। उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा और रामपुर व खतौली विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। इन तीनों सीटों पर 5 दिसंबर को मतदान और 8 दिसंबर को मतगणना होनी है। जिसको लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुट गई हैं।
दरअसल, रामपुर से आजम खान और खतौली से विक्रम सैनी की विधायकी रद्द होने के बाद दोनों सीटें खाली घोषित हुई हैं। वहीं मैनपुरी लोकसभा सीट से सांसद रहे समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह के निधन के बाद सीट खाली हुई है।
मैनपुरी सीट पर सभी की नजरें टिकी हैं। कारण, यह समाजवादी पार्टी की सुरक्षित सीट है और इस उपचुनाव में अखिलेश यादव ने अपनी पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) को यहां से मैदान में उतारा है। इस बीच जनता दल यूनाइटेड ने सभी राजनीतिक पार्टियों से मैनपुरी से डिंपल यादव के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारने की अपील की है। वहीं असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM ने उपचुनाव में तीनों सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारने का ऐलान किया है। पार्टी ने नगर निकाय चुनाव लड़ने की बात कही है।
जेडीयू के प्रवक्ता केसी त्यारी ने शुक्रवार को कहा कि यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव बड़े किसान नेता थे और उनके योगदान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने स्वीकार किया है। हमने सपा को अपना समर्थन देने का फैसला किया है और हम बीजेपी और बसपा सहित सभी दलों से चुनाव नहीं लड़ने और डिंपल यादव (Dimple Yadav) का समर्थन करने की अपील करते हैं। यह मुलायम सिंह यादव को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।