देवरिया से भाजपा सांसद डॉक्टर रमापति राम त्रिपाठी पर पार्टी के ही सभासद के साथ मारपीट एवं गाली-गलौज तथा पिस्तौल तान कर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगा है। हालांकि, डॉ. त्रिपाठी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। डॉ. त्रिपाठी भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
पीड़ित भाजपा सभासद ने प्रदेश के पार्टी पदाधिकारियों सहित विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों को भी पत्र लिख कर कथित घटना की जानकारी दी। हालांकि, इस संबंध में पुलिस में कोई शिकायत नहीं की गई है।
विवाद देवरिया शहर में स्थित टाउन हाल में बने आडिटोरियम (प्रेक्षागृह) के नाम करण को लेकर है। जानकारी के अनुसार देवरिया शहर के वार्ड नम्बर-17 राघव नगर मोहल्ले के रहने वाले भाजपा कार्यकर्ता व सभासद आशुतोष तिवारी ने कुछ दिनों पूर्व नगर पालिका परिषद देवरिया के टाउन हॉल में बने आडिटोरियम हॉल का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखने की मांग की थी।
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सभासद का आरोप है कि इस मामले में वर्तमान सांसद ने एक तथाकथित ठेकेदार के प्रभाव में मिली भगत करके पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्थान पर आडिटोरियम का नाम देवरिया के पूर्व सांसद स्वर्गीय मोहन सिंह के नाम पर रखवा दिया।
सभासद ने अधिकारियों को भेजे गये पत्र में आरोप लगाया है कि बीते 19 नवंबर को सांसद ने अपने आवास पर बुलाया तथा उनको विभिन्न प्रकार की धमकियां देते हुए इस मामले से हट जाने को कहा, लेकिन उनके द्वारा विरोध करने पर समर्थकों के साथ उन्होंने गाली गलौज किया। पत्र में यह भी आरोप है कि इस दौरान सांसद के एक समर्थक ने सभासद के ऊपर पिस्तौल तानकर जान से मारने की भी धमकी दी। सभासद आशुतोष तिवारी से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई।
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सांसद ने लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया है और उनका कहना है कि वे सभासद को अच्छी तरह से जानते पहचानते जरूर हैं, लेकिन इस तरह के मामले से उनका दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। सांसद का कहना है कि सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए भाजपा के इस तथाकथित कार्यकर्ता द्वारा अफवाह फैलाई जा रही है। इस प्रकरण पर नगर पालिका अध्यक्ष अलका सिंह का कहना है कि टाउन हॉल में बने प्रेक्षागृह का नाम करण अभी नहीं हुआ है।
उन्होंने बताया कि नाम करण के संबंध में पूर्व सांसद मोहन सिंह की पुत्री कनक लता सिंह द्वारा उनके पिता के नाम पर प्रेक्षागृह का नाम रखने का प्रस्ताव दिया गया था जो निरस्त हो गया है। नगर पालिका अध्यक्ष का कहना है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर इस प्रेक्षागृह का नाम रखने का प्रस्ताव अभी विचाराधीन है।