खुद कोरोना की चपेट में आये समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज केन्द्र और राज्य सरकार को जम कर कोसा और कहा कि भाजपा सरकार लगातार चार वर्षों से प्रदेश की जनता को धोखा देती रही है।
हद तो तब हो गई जब प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री को उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी पर विजय हासिल करने के लिए बधाई दे डाली तो बदले में मुख्यमंत्री ने विश्व के अन्य राष्ट्रों की तुलना में भारत में कोरोना पर सामयिक नियंत्रण के लिए प्रधानमंत्री की भूरि-भूरि प्रशंसा की । दोनों के बधाई संदेशों की स्याही सूखी भी नहीं थी कि भारत और विशेषकर उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर महामारी के रूप में फैल गई है।
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इन दिनों कोरोना के कहर ने जिंदगी को ऐसा चपेट में लिया है कि लोगों को न रोते बन रहा है, न हंसते। हर तरफ अफरा-तफरी का आलम है। प्रशासनिक अधिकारियों में तालमेल न होने से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। इलाज, जांच के आंकड़ों में अटकलेबाजी चल रही है। स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह चरमरा गई हैं। यह बदहाली सिर्फ शहरों में ही नहीं है, बल्कि गांवों की हालत तो और भी खराब है। गांवों के पीड़ितों की आवाज सुनने वाला कोई नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कोविड मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ करते रहे। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान नहीं दिया। समाजवादी पार्टी ने मांग की थी कि चूंकि भाजपा सरकार नया अस्पताल तो बना नहीं सकी इसलिए कैंसर अस्पताल को चालू किया जाए। तब भाजपा सरकार कान में तेल डाले रही। अब जब पानी सिर से ऊपर बहने लगा है तो हज हाउस सरोजनीनगर, अवध शिल्प ग्राम और कैंसर अस्पताल को कोविड सेंटर बनाया जा रहा है।
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श्री यादव ने आरोप लगाया कि बदले की भावना से भाजपा ने समाजवादी सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं को बर्बाद किया जबकि आज वही काम आ रही हैं।