लखनऊ। बदायूं जनपद में उघैती क्षेत्र में एक आंगनबाड़ी सहायिका के साथ गैंगरेप कर उसकी हत्या कर दी गयी है। इस घटना पर योगी सरकार पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने ट्वीट कर हमला बोला है।
बदायूँ में एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद हैवानियत और दरिंदगी का जो वीभत्स रूप पोस्टमार्टम में सामने आया है वो दिल दहलानेवाला है. भाजपा सरकार अपराधियों को बचाने की कोशिश न करे और मृतका व उसके परिवार को पूर्ण न्याय मिले.
भाजपा सरकार का कुशासन अपराधियों की ढाल न बने. pic.twitter.com/YcBXpkGCKw
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 6, 2021
मुरादनगर श्मशान हादसे ने साबित कर दिया है कि श्मशान पर राजनीति करने वाली भाजपा का भ्रष्टाचार किसी भी जगह को नहीं छोड़ता है। यूपी की जनता में भाजपा सरकार के समय में हो रही इस तरह की निम्न श्रेणी की मुनाफ़ाखोरी से बेहद ग़ुस्सा है। श्मशान हादसे ने भाजपा सरकार को शर्मसार कर दिया है।
मुरादनगर श्मशान हादसे ने साबित कर दिया है कि श्मशान पर राजनीति करनेवाली भाजपा का भ्रष्टाचार किसी भी जगह को नहीं छोड़ता है. उप्र की जनता में भाजपा सरकार के समय में हो रही इस तरह की निम्न श्रेणी की मुनाफ़ाखोरी से बेहद ग़ुस्सा है.
श्मशान हादसे ने भाजपा सरकार को शर्मसार कर दिया है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 6, 2021
उन्होंने कहा कि बदायूं में एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद हैवानियत और दरिंदगी का जो वीभत्स रूप पोस्टमार्टम में सामने आया है वह दिल दहलाने वाला है। यादव ने कहा कि भाजपा सरकार अपराधियों को बचाने की कोशिश न करे और मृतका व उसके परिवार को पूर्ण न्याय मिले। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का कुशासन अपराधियों की ढाल न बने।
जनपद में उघैती क्षेत्र में एक आंगनबाड़ी सहायिका के साथ गैंगरेप ने दिल्ली के निर्भया कांड की यादों को लोगों के जहन में फिर से ताजा कर दिया है। उघैती क्षेत्र एक महिला के साथ गैंगरेप कर उसकी हत्या कर दी गयी। बहशी यहीं तक नहीं रुके, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके गुप्तांग में रॉड जैसी कोई चीज डालने के अलावा बाईं पसली-पैर-फेफडे में चोट की पुष्टि भी हुई है। हत्या करने के बाद बहशी दरिन्दे आंगनबाड़ी सहायिका की अर्धनग्न लाश को गाड़ी में डालकर उसके घर के बाहर फेंक गए। इस पूरे प्रकरण में पुलिस भी लापरवाह बनी रही जिसका फायदा उठाकर आरोपी फरार हो गए।
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महिला रविवार शाम पास के गांव स्थित एक मंदिर पर पूजा के लिए गयी थी। लेकिन देर शाम तक वो घर वापस नहीं लौटी। जिसके बाद परिजनों ने उसकी काफी तलाश की, परिजनों के मुताबिक रात करीबन साढ़े 11 बजे मंदिर का महंत अपने दो साथियों के साथ आया और महिला के शव को अर्धनग्न हालत में घर के बाहर डालकर चला गया। महिला के कपड़े खून से लथपथ थे, उसके कपड़े फटे हुए थे। इस घटना के बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस नहीं आई।
सोमवार सुबह परिजनों ने डायल-112 को सूचना दी। लखनऊ कंट्रोल रूम से डायल-112 महिला के जब महिला के घर पहुंची तब थाना पुलिस में हड़कंप मचा और पुलिस मौके पर पहुंची। तब कहीं सोमवार की दोपहर करीबन 16 घंटे बाद लाश पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। हालांकि इसके बावजूद भी पुलिस की लापरवाही यहीं तक नहीं। परिजनों ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाया लेकिन उघैती थानेदार राघवेंद्र प्रताप सिंह ने घटनास्थल का मुआयना तक नहीं किया। महंत के मुताबिक महिला कुएं में गिरी थी लेकिन यहां सवाल यह भी उठता है उसने इस संबंध में किसी गांव वाले को सूचना नहीं दी बल्कि अपने दो परिचित लोगों बुलाकर महिला की लाश उसके घर के बाहर क्यों डाल दी?
वहीं महिला डॉक्टर समेत तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। मंगलवार शाम को रिपोर्ट आई तो पता चला कि महिला के गुप्तांग में गंभीर चोटें हैं। उसकी गुप्तांग में लोहे या लकड़ी की रॉड जैसा कुछ डाला गया है। इसके अलावा बाएं पसली-पैर-फेफडे पर भी गंभीर घाव हैं, इसकी वजह से उसका काफी खून भी निकल गया था।