कुशनीगर समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर धार्मिक तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुये रविवार को कहा कि वे (भाजपा) हमें पिछड़ा कहते हैं लेकिन हमारी सोच प्रगतिशील है और वे (भाजपा) अगड़े होकर भी पिछड़ी सोच वाले हैं।
समाजवादी विजयरथ यात्रा के साथ कुशीनगर पहुंचे अखिलेश ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केन्द्र और उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार उन्हीं परियोजनाओं का उद्घाटन कर रही है जिन्हें पांच साल पहले समाजवादी सरकार ने शुरु किया था। उन्होंने कहा, “हमने पांच साल पहले सड़क पर विमान उतार दिये थे, भाजपा सरकार आज ये काम करके वाहवाही लूटना चाहती है। भाजपा सरकार हमसे पांच साल पीछे चल रही है।” उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि भाजपा वाले अपनी सोच और अपने काम के आधार पर पिछड़े हैं।
योगी सरकार द्वारा आजमगढ़ का नाम आर्यमगढ़ करने की चर्चाओं के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि ये सरकार सिर्फ शहरों तथा योजनाओं के नाम और रंग बदलने का काम कर रही है। जनता अब इस सरकार को बदलने का काम कर देगी। उन्होंने इसकी नजीर पेश करते हुये कहा कि भाजपा ने लखनऊ में अटल जी के नाम पर मेडिकल काॅलेज बनाने का वादा किया था। मगर आज आलम यह है कि लखनऊ में समाजवादी सरकार ने एक शानदार मेडिकल कॉलेज बनाया था उसके नौवें तल पर अटल जी के नाम से एक यूनिट शुरु करके योगी सरकार ने अपने वादे की इतिश्री कर दी।
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सत्तापक्ष द्वारा चुनाव में धार्मिक ध्रुवीकरण करने की कोशिश के सवाल पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि, “समाजवादियों का घोषणापत्र आने दीजिये, सभी तरह का ध्रुवीकरण सपा के पक्ष में हो जायेगी।” उन्होंने स्पष्ट संकेत दिया कि सपा के चुनावी घोषणापत्र में लोकलुभावन वादों की बौछार होने वाली है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार बनने पर साल भर गरीबों कोे मुुफ्त भोजन मिलेगा, जबकि भाजपा ने पहले दीवाली तक और अब होली तक गरीबों को मुफ्त भोजन देने की योजना को आगे बढ़ाया है। इसकी साफ वजह है अगले साल मार्च में होली से पहले चुनाव हो जायेंगे।
सपा में गुटबाजी के सवाल पर अखिलेश ने दो टूक कहा, “बिना गुटबाजी के पार्टी और पालिटिक्स चलती नहीं है।” एक अन्य सवाल के जवाब में अखिलेश ने भाजपा के ‘जेएएम’ को झूठ, अहंकार और मंहगाई बताते हुये चुटकी ली कि “उन्होंने हमें जेम भेजा है और हम उन्हें बटर भेज रहे हैं।”
गौरतलब है कि शनिवार को आजमगढ़ की रैली में गृह मंत्री अमित शाह ने समाजवादी पार्टी के ‘जेएएम’ फार्मूले को जिन्ना, आजम खान और मुख्तार का संक्षिप्त रूप बताया था। हाल ही में अखिलेश ने पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तुलना महात्मा गांधी, सरदार पटेल और पं नेहरू से की थी जिससे सियासी आरोप प्रत्यारोप शुरु हो गया।
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अखिलेश ने कहा कि भाजपा को अपने ‘जेएएम’ अर्थात झूठ, अहंकार और महंगाई का जवाब देना होगा कि जनता को उसने ये तीनों सौगातें क्यों दी। किसानों के साथ भी भाजपा सरकार में छल होने का आरोप लगाते हुये अखिलेश ने कहा कि प्रदेश में धान की खरीद कहीं नहीं हो रही है, जहां खरीद हो रही है वहां कीमत नहीं मिल रही है। साथ ही गन्ना किसानों के बकाये का भी अभी तक कोई भुगतान नहीं हुआ है।
अखिलेश ने कहा कि केन्द्र और प्रदेश की भाजपा सरकार देश की संपदा को बेचने में लगी है। उन्होंने कहा, “अभी तक लोग कहते थे कि ये फेंकू सरकार है लेकिन अब ये बेचू सरकार साबित हो गयी है। अखिलेश ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर कंपयूटर चलाने से अनभिज्ञ होने का तंज कसते हुये कहा कि अभी पता चला है कि योगी जी एकांत में बैठकर कुछ बिजली संयंत्रों केे नाम बोलने की प्रेक्टिस कर रहे हैं।