ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर भड़काऊ नारेबाजी कर नफरत फैलाने और पीट -पीट कर जान लेने (मॉब लिंचिंग) की घटनाओं में खास वर्ग के लोगों की हत्या करने वालों की मदद करने का आरोप लगाया है।
ओवैसी ने कटरा बारादरी स्थित इमामबाड़े में बृहस्पतिवार को एक सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों दिल्ली में भड़काऊ नारे लगाने वालों को फौरन जमानत दे दी गई।
उन्होंने कहा इसी तरह दलितों और मुसलमानों की मॉब लिंचिंग करने वालों को भी छोड़ दिया जाता है। भाजपा सरकार ऐसे अपराध करने वालों की पूरी मदद करती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि जब से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं, तब से देश को, धर्मनिरपेक्षता खत्म करके हिंदू राष्ट्र में बदलने की कोशिश की जा रही है। 2014 के बाद से मुस्लिम और दलित समुदाय के लोगों की मॉब लिंचिंग हो रही है। अखलाक को इसी उत्तर प्रदेश में मारा गया था। ऐसी घटनाओं का वीडियो बना कर संदेश दिया जाता है कि हम अब ताकतवर हो गए हैं।
ओवैसी ने प्रतिद्वंदी पर्टियों पर निशाना साधते हुए कहा, इस जुल्म के बावजूद सपा, बसपा और कांग्रेस पार्टियां चुप रहती हैं। सीएए (संशोधित नागरिकता कानून) पर बसपा की मायावती और सपा के अखिलेश यादव कुछ भी बोलने से कतराते हैं जबकि सबसे पहले हमने कहा कि यह काला कानून है।