नई दिल्ली। केरल में मंगलवार को राहुल गांधी के बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया है, जिसके बाद कांग्रेस ने आज कहा कि भाजपा तेल की बढ़ती कीमतों, महंगाई, चीनी घुसपैठ और किसानों के विरोध के वास्तविक मुद्दों से लोगों का ध्यान भटका रही है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने भारत की जनता से एक स्पष्ट आह्वान किया है। वह राज्य या केंद्र में लोगों के लिए सर्वोपरि मुद्दों के बारे में सरकार से सवाल करे। भाजपा द्वारा बेचे जा रहे सतही ‘टूलकिट’ स्टोरी को नजरअंदाज करें।
उन्होंने कहा कि देश के सामने मुद्दा यह है कि जीडीपी शून्य है, सभी व्यवसाय छोटे और मध्यम समाप्त हो रहे हैं, संविधान पर हमला हो रहा है, लोग विरोध का अधिकार खो चुके हैं। सरकार को मुद्दों पर जवाब देना होगा।
लोकतंत्र में किसी दल या व्यक्ति के राज की तो कल्पना भी नहीं की जा सकती
मंगलवार को, तिरुवनंतपुरम में राहुल गांधी ने कहा कि पहले 15 वर्षो के लिए, मैं उत्तर में एक सांसद था। मुझे एक अलग प्रकार की राजनीति की आदत थी। मेरे लिए, केरल में आना बहुत रिफ्रेशिंग था, क्योंकि मुझे अचानक पता चला कि लोग मुद्दों में रुचि रखते हैं और न केवल सतही रूप से बल्कि मुद्दों के बारे में विस्तार से जानकारी लेते हैं।
कांग्रेस नेता की टिप्पणी ने उत्तर बनाम दक्षिण की बहस छेड़ दी, क्योंकि उन्होंने लोकसभा में अमेठी का प्रतिनिधित्व करने के 15 साल बाद केरल के वायनाड लोकसभा सदस्य के रूप में अपने कार्यकाल को ‘रिफ्रेशिंग’ बताया।
पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस नेता को लोगों को विभाजित करने की आदत है।
मंगलवार को तिरुवनंतपुरम में राहुल गांधी द्वारा की गई टिप्पणी पर कटाक्ष करते हुए, नड्डा ने ट्वीट किया कि कुछ दिन पहले वह (राहुल गांधी) पूर्वोत्तर में थे। भारत के पश्चिमी हिस्से के खिलाफ जहर उगल रहे थे। आज दक्षिण में वह उत्तर के खिलाफ जहर उगल रहे हैं। फूट डालो और राज करो की राजनीति राहुल गांधीजी नहीं चलेगी। लोगों ने इस नीति को अस्वीकार कर दिया है। देखें गुजरात में आज क्या हुआ?