लखनऊ। जेवर में प्रस्तावित नोएडा अंतरराष्ट्रीय विमानपत्तन परियोजना को राज्य में रही बहुजन समाज पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार का ‘विकास मॉडल’ बताया है। पार्टी सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को कहा कि उनके द्वारा शुरू किये गये कार्यों पर पहले समाजवादी पार्टी और अब भाजपा अपनी पीठ थपथपा रही है।
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मायावती ने ट्वीट किया कि उत्तर प्रदेश में खासकर गंगा एक्सप्रेस-वे हो या विकास की अन्य परियोजनाएं अथवा जेवर में बनने वाला नया हवाई अड्डा हो, जग-जाहिर है कि ये सभी बसपा की मेरी तत्कालीन सरकार में तैयार किए गए विकास के प्रख्यात मॉडल हैं। जिन्हें लेकर पहले सपा व अब वर्तमान भाजपा सरकार अपनी पीठ थपथपाती रहती हैं।
1. यूपी में खासकर गंगा एक्सप्रेस-वे हो या विकास के अन्य प्रोजेक्ट अथवा जेवर में बनने वाला नया एयरपोर्ट, पूरे जग-जाहिर तौर पर ये सभी बीएसपी की मेरी सरकार में ही तैयार किए गए विकास के वे प्रख्यात माडल हैं जिसको लेकर पहले सपा व अब वर्तमान बीजेपी सरकार अपनी पीठ आप थपथपाती रहती है।
— Mayawati (@Mayawati) December 18, 2020
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, साथ ही मेट्रो एवं अयोध्या, वाराणसी, मथुरा, कन्नौज सहित प्रदेश के प्राचीन व प्रमुख शहरों में बुनियादी जनसुविधाओं की नई योजनाएं व उन्हें रिकॉर्ड समय में पूरा करने का काम भी बसपा का ही विकास मॉडल है। जो कानून द्वारा कानून के राज के साथ प्राथमिकता में रहा, जिससे सर्वसमाज को लाभ मिला।
बसपा अध्यक्ष ने ट्विटर पर लिखा कि इस प्रकार मेरी सरकार के 2012 में जाने के बाद उत्तर प्रदेश में जो कुछ भी थोड़ा विकास संभव हुआ है। वह ज्यादातार बसपा की सोच का ही परिणाम है. मेरी सरकार में ये काम और अधिक तेजी से होते अगर तत्कालीन कांग्रेस नीत केन्द्र सरकार पर्यावरण आदि के नाम पर राजनीतिक स्वार्थ की अड़ंगेबाजी नहीं करती।
3. इस प्रकार मेरी सरकार के सन 2012 में जाने के बाद यूपी में जो कुछ भी थोड़ा विकास संभव हुआ है वे अधिकांश बीएसपी की सोच के ही फल हैं। मेरी सरकार में ये काम और अधिक तेजी से होते अगर तब कांग्रेस की रही केन्द्र सरकार पर्यावराण आदि के नाम पर राजनीतिक स्वार्थ की अड़ंगेबाजी नहीं करती।
— Mayawati (@Mayawati) December 18, 2020
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को नोएडा अंतरराष्ट्रीय विमानपत्तन के लोगो , नाम और डिजाइन को अपनी स्वीकृति दी। चार फेज में बनने के लिए प्रस्तावित इस हवाई अड्डे की शुरुआती क्षमता 1.2 करोड़ यात्री प्रति वर्ष की होगी, जिसे अलग-अलग फेज में विस्तार देते हुए 2050 तक सात करोड़ यात्री प्रति वर्ष तक किया जाएगा।
सीएम योगी ने गुरुवार को कहा था कि नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा विश्व के बेहतरीन हवाई अड्डों में से एक होगा, उत्तर प्रदेश सरकार इसे विश्वस्तरीय बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि यह एयरपोर्ट भारत का गौरव बनेगा, हम इसे एक ग्लोबल ब्रांड के रूप में विश्व पटल पर प्रस्तुत करेंगे।