पंजाब। शिरोमणि अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी देश में असली टुकड़े-टुकड़े गैंग है। साथ ही बादल ने किसान आंदोलन के दौरान देश को तोड़ने का भी आरोप लगाया है।
सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि बीजेपी ने राष्ट्रीय एकता को टुकड़ों में तोड़ दिया है। बेशर्मी से मुसलमानों के खिलाफ हिंदुओं को उकसाया है। अब अपने सिख भाइयों के खिलाफ ऐसा कर रही है। बीजेपी देशभक्ति वाले पंजाब को सांप्रदायिक आग में धकेल रही है।
BJP is the real #TukdeTukdeGang in the country. It has smashed national unity to pieces,shamelessly inciting Hindus against Muslims & now desperate setting peace loving Punjabi Hindus against their Sikh brethren esp #farmers. They're pushing patriotic Punjab into communal flames. pic.twitter.com/7adwVmoDgj
— Sukhbir Singh Badal (@officeofssbadal) December 15, 2020
बीते दिनों पहले सुखबीर सिंह बादल ने आंदोलन में खालिस्तानियों की मौजूदगी की अफवाहों को लेकर आक्रामक रुख दिखाया था। उन्होंने कहा था कि इस आंदोलन में कई बूढ़ी महिलाएं भी शामिल हैं। क्या वो खालिस्तानी लगती हैं? यह देश के किसानों को संबोधित करने का कोई तरीका है? यह किसानों का अपमान है।
बादल ने कहा था कि उनकी हिम्मत कैसे हुई हमारे किसानों को देशद्रोही कहने की? बीजेपी या किसी और को, किसानों को देशद्रोही कहने का हक किसने दिया? किसानों ने अपना पूरा जीवन देश के लिए समर्पित कर दिया और आप इन्हें देशद्रोही कह रहे हैं? जो इन्हें देशद्रोही कह रहे हैं, वो खुद देशद्रोही हैं।
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बता दें कि बादल परिवार की ओर से कृषि कानूनों का विरोध किया जा रहा है। हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था और केंद्र के नए कानूनों को किसानों के साथ बड़ा धोखा बताया था। सिर्फ इतना ही नहीं सुखबीर बादल ने अकाली दल के एनडीए से अलग होने का ऐलान करते हुए पंजाब के चुनावों में अकेला लड़ने की बात कही थी।
प्रकाश सिंह बादल ने अवॉर्ड लौटाया
इसी महीने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल ने कृषि कानूनों के विरोध में अपना पद्म विभूषण सम्मान वापस कर दिया है। उनके अलावा अकाली दल के नेता रहे सुखदेव सिंह ढींढसा अभी अपना पद्म भूषण सम्मान लौटाने की बात कही थी। बता दें कि प्रकाश सिंह बादल एनडीए के उन नेताओं में रहे हैं, जिनके सार्वजनिक मंचों पर चरण छूकर नरेंद्र मोदी आशीर्वाद लेते रहे हैं। हालांकि, अब कृषि कानूनों पर बीजेपी और अकाली दल आमने-सामने आ गए हैं।