बीजेपी की विधायक रेणु देवी बिहार की पहली महिला डिप्टी सीएम होंगी। बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में बन रही NDA सरकार में इस बार उत्तर प्रदेश की तर्ज पर 2 डिप्टी सीएम होंगे।
नीतीश कुमार जहां जेडीयू की तरफ से सीएम की कुर्सी संभालेंगे तो वहीं बीजेपी की तरफ से डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी एक महिला और एक पुरुष को दी गई है। डिप्टी सीएम के लिए बीजेपी ने जहां पहला नाम कटिहार से विधायक तारकिशोर प्रसाद का तय किया था, तो वहीं दूसरा नाम रेणु देवी का है।
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रेणु देवी ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि उन्हें उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए फोन आया है। दरअसल, रेणु देवी का नाम भी दो दिन पहले से ही बिहार के उपमुख्यमंत्री की रेस में चल रहा था। यूपी के बाद अब बिहार में भी ऐसा हो रहा है, जब प्रदेश में दो उपमुख्यमंत्री बनाए जा रहे हैं। बिहार की एनडीए सरकार में तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी उपमुख्यमंत्री की शपथ लेंगे। दोनों नेताओं का चयन सोमवार को ही भाजपा विधानमंडल दल के नेता और उपनेता के लिए हुआ था, जिसके बाद काफी हद तक तस्वीर साफ हो गई थी।
बिहार में पहली बार महिला डिप्टी सीएम बन रहीं रेणु देवी बेतिया से संबंध रखती हैं और वह इस विधानसभा क्षेत्र का पांचवीं बार प्रतिनिधित्व करते हुए विधायक चुनी गई हैं। रेणु देवी पहली बार साल 2000 में विधायक बनी थीं। रेणु देवी 2005 और 2010 में भी विधायक बनीं, लेकिन 2015 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
2020 के चुनाव में पार्टी का विश्वास जीतने में सफल रहीं और बेतिया से विधायक चुनी गईं। 62 साल की महिला को डिप्टी सीएम बनाए जाने के पीछे उनका लंबा चौड़ा राजनीतिक अनुभव रहा है। दरअसल, रेणु की मां भी संघ परिवार से जुड़ी थीं. साथ ही उनके ननिहाल में भी बीजेपी और संघ का प्रभाव रहा है। रेणु देवी को पार्टी के महिला मोर्चा में विभिन्न तरह की जिम्मेदारियां भी दी जा चुकी हैं। इससे पहले वह बिहार की नीतीश सरकार में 2005 में भी मंत्री का पद संभाल चुकी हैं।