उत्तर प्रदेश के गाजीपुर निवासी लोकसभा से चुनाव लड़ चुके, राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रभुनाथ चौहान ने लगातार राज्य सभा व विधान परिषद के लिए पार्टी द्वारा चयनित किए जा रहे उम्मीदवारों की श्रेणी में अपने को उपेक्षित महसूस करते हुए अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।
उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग सदस्य के लेटर हेड पैड पर उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के नाम पत्र में कहा है कि वर्तमान में उनके पास चंदौली जनपद के सकलडीहा विधानसभा क्षेत्र का प्रभार के अतिरिक्त गाजीपुर जनपद का त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव प्रभार है।
इसके साथ ही पिछड़ा वर्ग आयोग सदस्य व पार्टी के राष्ट्रीय परिषद सदस्य जैसे पद हैं। लेकिन उन्होंने पिछले कई चुनाव में राज्यसभा और विधान परिषद के लिए चयनित होने वाले पार्टी नेताओं की श्रेणी में अपने को उपेक्षित महसूस किया है । इससे उनके समर्थकों की भावनाओं को ठेस पहुंची है । समर्थकों के मान सम्मान के लिए वो अपने चारों पदों से मुक्त हो रहे हैं ।
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हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया है कि पार्टी कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते रहेंगे।
गौरतलब है कि प्रभुनाथ चौहान पूर्व में गाजीपुर भाजपा जिलाध्यक्ष के साथ ही वर्ष 2009 में लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। इसके साथ ही भाजपा पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश महामंत्री व भाजपा प्रदेश मंत्री सहित तमाम महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। इनकी गिनती पूर्वांचल के वरिष्ठ पिछड़े नेता व उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता के रूप में होती है।