लखनऊ। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और जाट नेताओं के बीच बनी सहमति के बाद भाजपा के दिग्गज नेताओं ने पश्चिम उत्तर प्रदेश में डेरा डाल दिया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेशमें भाजपा का विजयध्वज लहराने के लिए खास रणनीति के तहत भाजपा के बड़े नेताओं ने पश्चिमके जिलों को मथना शुरू कर दिया है। अमित शाह ने आज मथुरा में, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गाजियाबाद में, प्रदेश भाजपाध्यक्ष स्वतंत्र देव ने मुजफ्फरनगर में मोर्चा संभाला तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिजनौर में जनसंपर्क किया।
गौरतलब है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 250 से अधिक जाट नेताओं से मुलाकात कर गृहमंत्री अमित शाह ने जहां भाजपा के प्रति उनकी नाराजगी दूर की। उनकी मांगों पर घंटों विचार मंथन किया, वहीं जाट परिवारों की ओर से अमित शाह का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। इस दौरान अमित शाह नेजाट नेताओं से कहा कि जाटों ने 500 साल तक मुगलों से जंग लड़ी और भाजपा आज भी उनसे जंग लड़ रही है। इस लिहाज से देखें तो भाजपा और जाट समाज का रास्ता एक ही है। शाह की मुलाकात को जाट समुदाय के लोगों को भाजपा के पक्ष में आकर्षित करने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है। जाट समुदाय के लोगों ने केंद्र सरकार के विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ एक साल तक चले विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा लिया था।
चौधरी चरण सिंह मेरे आदर्श, जाट समुदाय भाजपा से नाराज नहीं रह सकता : राजनाथ
गाजियाबाद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को अपना आदर्श करार देते हुए दावा किया कि जाट समुदाय भाजपा से नाराज रह ही नहीं सकता। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले जाट समुदाय के बीच पहुंचने के एक दिन बाद राजनाथ ने मोदीनगर विधानसभा क्षेत्र में यह बयान दिया। इस क्षेत्र में जाट समुदाय के लोग बड़ी संख्या में हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा कि जब वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब उनकी पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री की पुण्यतिथि को किसान दिवस घोषित किया था। उन्होंने आगे कहा कि जाट समुदाय भाजपा से नाराज नहीं रह सकता। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी जातिगत राजनीति में भरोसा नहीं करती। हम केवल न्याय-आधारित राजनीति में भरोसा करते हैं।
मथुरा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के अभियान को आगे बढ़ाते हुए बृहस्पतिवार को सपा और बसपा पर प्रदेश में अपने-अपने शासनकाल के दौरान जातिवाद और परिवारवाद को प्रश्रय देने का आरोप लगाया।
मथुरा में बांके बिहारी मंदिर में दर्शन करके घर-घर चुनाव प्रचार करने के बाद शाह ने प्रभावी मतदाताओं को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश की मौजूदा कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर अपने मुख्यमंत्रित्व काल में गुंडाराज चलाने का आरोप भी लगाया। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ प्रचार कर रहे अमित शाह ने गोवर्धन मार्ग के नजदीक सतुआ गांव में पर्चे बांटे। इस दौरान महिलाओं और बच्चियों ने मथुरा की तंग गलियों में स्थित अपने घरों की छत से उन पर पुष्प वर्षा की। इस दौरान शाह एक महिला की गोद में बैठे एक बच्चे को माला पहनाते भी नजर आए।
सपा और बसपा ने सिर्फ जातिवाद और तुष्टीकरण को प्रश्रय दिया : शाह
केंद्रीय गृह मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सपा और बसपा की पिछली सरकारों ने कुछ विशेष जातियों के लिए ही काम किया। उनमें से कोई भी प्रदेश के सर्वांगीण विकास का नक्शा नहीं खींच सकीं। यह काम केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने ही किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा किसी जाति विशेष की नहीं बल्कि पूरे समाज की पार्टी है। वर्ष 2017 में जनता ने उन सभी दलों को नकार दिया जो जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण की राजनीति करते थे। क्या वोट बैंक के तुष्टीकरण के लिए बाकी पूरे समाज की अनदेखी की जा सकती है? उन्होंने यह भी कहा कि अगर प्रदेश की बागडोर एक बार फिर अखिलेश के हाथ में गई तो राज्य में फिर से गुंडाराज व्याप्त हो जाएगा।
पहली बार भारत ने पूरी दुनिया को अपनी ताकत का अहसास कराया : राजनाथ
शाह ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पिछले सात वर्षों के दौरान केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार के पांच साल के शासनकाल में भ्रष्टाचार नहीं हुआ। यहां तक कि राहुल बाबा भी भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा सकते।
सपा, बसपा और कांग्रेस की संवेदना अपराधियों के प्रति : योगी
वहीं, बिजनौर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घर-घर जाकर लोगों से संवाद कियाऔर चुनावी बिगुल फूंका। उन्होंने कहा है कि एकतरफ विघटनकारी शक्तियां अराजकता पैदा करने ,पलायन की सोची समझी रणनीति के तहत एक बार फिर से पश्चिमी उत्तरप्रदेश को अराजकता की आग में फिर से झोंकने की साजिश के तहत इस चुनावी समर में आ रही हैं तो, दूसरी ओर नए भारत के नए उत्तरप्रदेश को देश के नम्बर एक प्रदेश के रूप में स्थापित करने के संकल्प के साथ भारतीय जनता पार्टी है। सपा, बसपा और कांग्रेस की संवेदना अपराधियों- माफियाओं के प्रति है, जबकि बीजेपी सरकार की संवेदना किसान, जवान और बेटियों की उन्नति के लिए है। यूपी के लिए बेहतर कौन है, जनता तय कर चुकी है।
पिछली सरकारों में बिजनौर अभिशप्त था। उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड की सीमा पर बसे इस जिले में मुख्यमंत्री आते नहीं थे। भाजपा सरकार आई तो यहां महात्मा विदुर के नाम पर मेडिकल कॉलेज स्थापित कराया गया। बिजनौर में भाजपा प्रत्याशी शुचि मौसम चौधरी के पक्ष में जनसंपर्क करते हुए योगी ने कहा कि साल 2014 और 2017 में जब हम यहां आते थे तो एक ही शिकायत सुनते थे बेटियों की सुरक्षा का। आज बेटियां निर्भय होकर स्कूल जाती हैं, महिलाएं बिना डरे बाजार जाती हैं, किसान को उनकी फसल की वाजिब कीमत मिल रही है, युवाओं को नौकरी मिल रही है।
जनता से संवाद करते हुए सीएम ने कहा कि आपका वोट भले ही एक विधायक बनाने का है, लेकिन चुनाव मुख्यमंत्री बनाने का है। आपके विधायक ही मुख्यमंत्री चुनने का काम करेंगे और निर्णय तो मुख्यमंत्री ही ले सकता है। ऐसे में अगर चाहते हैं कि प्रदेश में अराजकता न हो, थाने माफिया-अपराधियों के शिकंजे में रहे, तुष्टिकरण की राजनीति बंद हो। बिना भेदभाव हर तबके का विकास हो सके तो आपको फिर से वही सरकार बनानी है।