भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सह-संगठन महामंत्री भवानी सिंह नहीं रहे। बुधवार को उनके निधन की जानकारी मिलते ही काशी क्षेत्र के पदाधिकारी और कार्यकर्ता के साथ प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई हो गये।
कार्यकर्ताओं ने उनके सहज और कर्मठ व्यक्तित्व को याद कर सोशल मीडिया के जरिये श्रद्धांजलि दी। भवानी सिंह कोरोना संक्रमित थे। हालत बिगड़ने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पहल पर उन्हें हैदराबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उन्होंने बुधवार को अन्तिम सांस ली।
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भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने उन्हें पिछले वर्ष के नवम्बर माह के आखिरी दिनों में उत्तर प्रदेश के पार्टी संगठन में सह-संगठन महामंत्री की जिम्मेदारी सौंपी थी। उनका केन्द्र काशी था।
इसके पूर्व वे ब्रज और कानपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री रहे। अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए समर्पण निधि अभियान में उन्होंने बढ़—चढ़ कर भागीदारी की थी।
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अपने 30 साल के प्रचारक जीवन में भवानी सिंह ने संगठन को पुष्पित पल्लवित करने के लिए जी तोड़ परिश्रम किया था। भाजपा पर हमला करने वाले विरोधी दलों को हमेशा शालीनता से संदेश देते थे कि भाजपा राष्ट्रनीति के लिए राजनीति करती है। कार्यकर्ता राष्ट्रहित की सोचते हैं। जनता के बीच जाकर सहयोग मांगते हैं।