पूर्व मुख्यमंत्री और राम मंदिर आंदोलन के पुरोधा रहे कल्याण सिंह 23 अगस्त को पंचतत्व में विलीन हो गए। अब बीजेपी (BJP) उनके अस्थि कलश के साथ यात्रा निकालने की तैयारी में है। इसके लिए संघ और बीजेपी नेताओं ने मंथन करना शुरू कर दिया है।
कलश यात्रा का पूरा रोडमैप तैयार किया जा रहा है। इस कलश यात्रा के ज़रिए स्वर्गीय कल्याण सिंह की अस्थियों को नरौरा के साथ-साथ काशी में गंगा, प्रयागराज में संगम और अयोध्या में सरयू नदी में विसर्जन की योजना बनाई गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का 21 अगस्त को लंबी बीमारी के बाद लखनऊ में निधन हो गया था। उसके बाद लखनऊ से लेकर अलीगढ़ और वहां से अतरौली व नरौरा तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिस तरह से एक पुत्र अपने पिता को अंतिम विदाई देता है, उस तरह से अंतिम यात्रा में साथ रहे। अब बीजेपी और संघ उत्तर प्रदेश में कल्याण सिंह की अस्थि कलश के साथ कलश यात्रा निकालने की तैयारी में है। 27 अगस्त को नरौरा में कल्याण सिंह के अस्थि फूल चुने जाएंगे और 1 सितंबर को एक श्रद्धांजलि सभा का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें तमाम बड़े नेता शामिल होंगे और पूर्व मुख्यमंत्री को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक संघ के सह कार्यवाह कृष्ण गोपाल बीजेपी नेताओं के साथ मिलकर अस्थि कलश यात्रा को लेकर पूरी योजना तैयार कर रहे हैं। तारीख, स्थान और यात्रा का रूट आदि तय किये जा रहे हैं। जानकारी मिल रही है कि उनके अस्थि कलश को नरौरा के साथ-साथ काशी में गंगा, प्रयागराज में संगम और अयोध्या में सरयू नदी में विसर्जित किया जाएगा।
पीएम समेत तमाम नेताओं ने दी थी श्रद्धांजलि
इससे पहले प्रधानमंत्री से लेकर गृहमंत्री अमित शाह और तमाम बीजेपी के बड़े नेताओ ने कल्याण सिंह को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की थी। अतरौली पहुचकर कल्याण सिंह को अपनी श्रद्धांजलि देने के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि जब राम मंदिर का शिलान्यास होने जा रहा था तो वो कल्याण सिंह के पास गए और उनको जानकारी दी। तब कल्याण सिंह ने उनसे कहा कि आज उनकी ज़िंदगी का उद्देश्य पूरा हो गया आज वो बहुत खुश हैं।